देहरादून। चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी संबंधित विभाग पूरी तरह से मुस्तैद हैं। श्री बदरीनाथ धाम में अब तक परिवार से बिछड़े 40 लोगों को पर्यटन पुलिस उनके परिजनों से मिला चुकी है। इसके साथ ही पुलिस चारों धाम में सघन चेकिंग कर संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर बनाए हुए है। जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा चारधाम यात्रा मार्गों पर 125352 तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग की गई। पर्यटन विभाग तथा एसडीआरएफ द्वारा बिना पूर्व पंजीकरण के उत्तराखण्ड पहुंचे तीर्थयात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है। सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर ने बताया कि चारधाम यात्रा मार्ग पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल, होमगार्ड, पीआरडी तथा पीएससी तैनात की गई है। किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए चारों मार्गों पर एसडीआरएफ की टोलियां भी तैनात हैं। पर्यटन विभाग की ओर से चारों धामों की धारण क्षमता के अनुरूप ही ऑनलाइन पंजीकरण किए जा रहे हैं। जिन यात्रियों ने अनभिज्ञतावश अपनी यात्रा की टिकट बुक करा ली हैं और वे बिना पंजीकरण के ही दूसरे राज्यों से उत्तराखण्ड आ चुके हैं उनके लिए पर्यटन विभाग व एसडीआरएफ के माध्यम से तत्काल ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया संचालित की जा रही है। आईएसबीटी ऋषिकेश में पर्यटन विभाग व एसडीआरएफ द्वारा आज दिनांक 26 मई 2022 को शाम 5 बजे तक कुल लगभग 846 ऑनलाइन पंजीकरण किए गए। परंतु यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी दशा में इस सुविधा का दुप्रयोग न हो। चारधाम यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। जिसके चलते प्रदेश के चारधाम यात्रा से जुड़े विभिन्न विभाग अपने-अपने स्तर पर यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान में रखते हुए उन्हें जरूरी सेवा उपलब्ध कराई जा रही हैं। 08 मई से शुरू हुई श्री बदरीनाथ यात्रा में पर्यटन पुलिस की सर्तकता से अपने परिजनों से बिछड़े हुए कुल 40 लोगों को मिलाया, साथ ही यमुनोत्री और गंगोत्री धामों में भी परिजनों से बिछड़े यात्रियों को मिलाने में पुलिस ने अहम भूमिका निभाई है। श्री केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर अपने परिजनों से बिछड़ी बालिका को पर्यटन पुलिस ने सोशल मीडिया की मदद से मिलाया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चारधाम यात्रा मार्गों पर 46198 तीर्थयात्रियों को ओपीडी, 2599 को इमेरजेंसी, 123 घायल हुए तीर्थयात्रियों को उपचार उपलब्ध कराया गया। जबकि 227 घायल मरीजों को हायर सेंटर रेफर किया गया। 125352 तीर्थयात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की गई। उत्तराखण्ड जल संस्थान विभाग द्वारा सूचित किया गया कि यमुनोत्री एवं केदारनाथ पैदल मार्ग पर उत्तराखण्ड जल संस्थान द्वारा पेयजल की किल्लत से निपटने के लिए पिलर टाइप स्टैंड पोस्ट (पीटीएसपी) और टैंक टाइप स्टैंड पोस्ट (टीटीएसपी) और हैंड पम्प की व्यवस्था की गई है, घोड़ा-खच्चरों के पेयजल की व्यवस्था के लिए चरही (पानी टैंक) बनाई गई है। इसके साथ ही पैदल मार्ग पर बनी शौचायल में पानी की व्यवस्था सुचारू की गई है। हेली सेवा के माध्यम से अब तक 33,432 तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे। जबकि 32,754 तीर्थयात्री केदारनाथ से वापस लौटे। अभी तक कुल 09 ऑपरेटरों द्वारा सिरसी, फाटा और गुप्तकाशी से 6043 उड़ाने भरी गई हैं।