तीन रंग का झंडा हमको प्राणों से भी प्यारा है
हरित मित्र परिवार एम्बेसडर अंजुम क़ादरी
बोलो सब मिलजुल कर यह भारत देश हमारा है
जगत में है न्यारा हमारा वतन ये
हमीं में समाया हमारा वतन ये
कभी गिरने देंगे न हम शान इसकी
हमें जां से प्यारा हमारा वतन ये
निरंतर करें चौकसी सरहदों पर
हाँ! जीवन लुटाया हमारा वतन ये
रगों दौड़ता है जो खूं इस धरा का
उसी ने सुझाया हमारा वतन ये
रहे ज़िस्म- जां ये सलामत तभी तक
ज़िन्दा है जज़्बा हमारा वतन ये
सँभल जाओ अब हो न ग़द्दार कोई
समझ लो इशारा हमारा वतन ये
🌳🙏🏻🌳✍🏻
1947 में जब 15 अगस्त को हमारा देश आज़ाद हुआ था।
तब भारत के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर तिरंगा फहराया था और तब से ही यह परंपरा चली आ रही है। इस दिन प्रधानमंत्री न सिर्फ लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं बल्कि इसके बाद वे पूरे देश को लाल किले से संबोधित भी करते हैं। 1947 में हमारा देश 200 वर्षों बाद अंग्रेज़ी हुकूमत की गुलामी से पूरी तरह आज़ाद हो गया था। जिसके आज़ाद होने के पीछे हमारे देश के बहुत से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान की अहम भूमिका है। जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बिना देश की आज़ादी के लिए खुद को इस देश पर न्योछावर कर दिया। ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों की निस्वार्थ देशभक्ति को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर हम सभी देशवासियों द्वारा हर वर्ष देश की आज़ादी के दिन को याद करके बड़े ही सम्मान के साथ अपने राष्ट्रीय ध्वज को विद्यालयों व सरकारी प्राइवेट सभी भवन में फहराते हैं।
इस दिन विद्यालय में बच्चों की निबंध पोस्टर मेकिंग व भाषण प्रतियोगिता आयोजित करवा कर उन्हें बढ़ चढ़कर भाग लेने के लिए भी प्रेरित किया जाता है। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश शासन से मुक्त होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना था। 14 और 15 के मध्य रात्रि को कई विद्रोह के बाद भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी। हमें स्वतंत्र हुए आज पूरे 75 वर्ष हो गए हैं हमारा भारत 200 वर्ष तक अंग्रेज़ी हुकूमत के अधीन था जिसके बाद हमारे देश में आजादी के लिए काफी लड़ाई लड़ी गई जिसमें बहुत से महापुरुषों और स्त्रियों ने अपने बलिदान की आहुति दी। भारत को एक स्वतंत्र देश बनाया इस वर्ष हम स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।15 अगस्त 1947 को प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पहला झंडारोहण समारोह किया था। भारत या विदेश में रहने वाले प्रत्येक भारतीय नागरिक के दिल में इस दिन का बहुत महत्व है क्योंकि वर्षों के संघर्ष के बाद भारत को 15 अगस्त को आज़ादी जो मिली। इस दिन भारतीय नागरिकों को अंग्रेज़ों से पूर्ण स्वतंत्रता मिली और पूर्ण स्वायत्तता प्राप्त हुई।
मुंबई मद्रास और कोलकाता में ईस्ट इंडिया कंपनी के तहत तीन स्थाई व्यापारिक स्टेशन की स्थापना की गई 19वीं सदी के मध्य में ब्रिटिश शासन के द्वारा इन मुख्य क्षेत्र में अपने प्रभाव के विस्तार को सूचित किया गया। इसके साथ ही भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश के अधिकतर भागों में भी अंग्रेज़ों का शासन चलता था। ब्रिटिश शासन के अंतर्गत स्थानीय राजाओं के साथ समझौता करके भारत के विभिन्न भागों को नियंत्रित करने का कार्य शुरू किया गया विद्रोही भारतीय सैनिकों के द्वारा सन 18 सो 57 में उत्तरी भारत में एक विद्रोह अंग्रेज़ों की सरकार इस्ट इंडिया कंपनी से क्राउन हेतु सभी राजनीतिक अधिकार को ट्रांसफर करने का मार्गदर्शन किया गया। झंडा बेशक सराय लेकिन झंडे को गिरने झुकने ना दें झंडे की आन बान शान घटी नहीं चाहिए अपने शब्दों के साथ अंजुम कादरी जय हिंद जय शिक्षा जय संविधान जय वीर और वीरांगना जय भारत महान वंदे मातरम