ब्यूरो बरेली शाहिद अंसारी
गन्ना उत्पादक महाविद्यालय के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर डीएम से की शिकायत
बहेडी के गन्ना उत्पादक महाविद्यालय के छात्रों द्वारा आज प्रबंध कार्यकरणी के अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी बरेली को शिकायती पत्र लिखकर निम्न मांगे पूरी करने के लिए कहा गया है
1) कोविड-19 के दृष्टिगत महाविद्यालय के समस्त छात्रों से स्ववित्तपोषित योजना के अधीन संचालित बी एस सी कृषि कोर्स से केवल शिक्षण शुल्क लिया जाए अन्य अनावश्यक (लाइवरी फीस,लाइट फीस ,डेवलपमेंट फीस व अन्य )शुल्क वर्तमान सत्र में माफ किया जाए क्योकि इन सुविधाओं का हम किसी भी छात्र ने लाभ नही लिया और कोविड-19 मे हम लोगों को महाविद्यालय से कोई भी आनलाइन क्लास नही दी गई है

2) महाविद्यालय में प्रबंध समिति के बिना अनुमति के बनाये गए मुख्य द्वार जिसकी कीमत लगभग 65 लाख रुपए है कि जाँच स्वतंत्र रूप से कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
3)महाविद्यालय में छात्रों की जरूरी कक्षाओं एवं लैबो के स्थान पर अत्याधुनिक गेस्ट हाउस मॉड्यूलर रसोई ए सी इत्यदि प्रबंध समिति की बिना अनुमति के बनाये गए जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ रुपए है की जाँच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
4) महाविद्यालय में अनावश्यक रूप से प्रबंधक केन्द्रपाल सिंह, राजनीति विज्ञान के शिक्षक डॉ अखिलेश कुमार पांडेय, क्लर्क रवींद्र कुमार मौर्या, कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ नागेश्वर प्रसाद शुक्ला द्वारा महाविद्यालय के शिक्षको ,छात्रों एव कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से डरा धमका कर शोषण करना एवं शिक्षको को सम्मानजनक वेतन ना देना एव 4 शिक्षको का लगभग 1 साल का वेतन ना देना। छात्रों को फर्जी मुकदमों की धमकी देना। इस सबकी जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
5) महाविद्यालय के छात्र हित के जरूरी कार्य को छोड़कर अनावश्यक रूप से दो बड़े जनरेटर कीमत लगभग 12 लाख रुपए बिना प्रबंध समिति अनुमति के खरीद लिए गए जिनमें बड़ा जेनरेटर को चलाया ही नहीं जाता है इस प्रकार पैसों का दुरुपयोग किया गया है।
6)अनावश्यक रूप से आवश्यकता से अधिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती बिना प्रबंध समिति के की गई।
7) महाविद्यालय में कार्यरत चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अंकुश कुमार जोशी को (पेपर लीक प्रकरण का
दोषी) एवं परिचर रहे विजेंद्र कुमार को बिना प्रबंध समिति की अनुमति के क्लर्क ग्रेड में प्रोन्नत किया गया जो कि अनुचित है।
8)महाविद्यालय के मुख्य द्वार से लेकर कक्षाओं के बीच के रास्तों पर बरसात में पानी भर जाने के कारण शिक्षक एवं छात्रों को समस्या होती है जिससे बहुत बार छात्र \ छात्राएँ फिसल कर गिर जाने गुम चोट के शिकार हुए है
जिसका निराकरण कराया जाए।
9) डॉ अखिलेश कुमार पांडेय एसोसिएट प्रोफेसर राजनीति बिज्ञान द्वारा 2 वर्ष लगभग से अपनी कक्षाओं में अध्यापन कार्य नहीं किया गया है जिसकी शिकायत पूर्व में भी सभी अधिकारियों से की जा चुकी है को निलंबित किया जाए एवं इनके द्वारा ली गयी शिक्षक की सैलरी को सरकारी खाते में इनसे वापस लिया जाए।
10) महाविद्यालय मे दो प्राचार्य में एक प्राचार्य की स्तिथि को स्पष्ट कर महाविद्यालय के सभी नोटिस अधिकृत प्राचार्य द्वारा ही निकलवाकर चस्पा किये जायें।
महोदय उपरोक्त सभी शिकायतों का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए तुरंत प्रबंध कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर फीस को छात्र हित मे कोविड के दृष्टिगत माफ किया जाना आवश्यक है एवं अन्य सभी गंभीर समस्यों के निराकरण एवं उपरोक्त सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही कर इन सभी को जेल भेजा जाए आपको बहुत ही दुख के साथ यह भी बताना पड़ रहा है कि बहेड़ी पुलिस द्वारा पिछले वर्ष महाविद्यालय मे 15 अगस्त पर पूर्ण रात्रि ध्वज फहराने के मामले की शिकायत की गई थी जिस पर लीला पोती कर पैसे खाकर दोषियों को छोड़ दिया गया जिसका मामला आज भी मुख्यमंत्री पोर्टल पर लंबित है। एवं सरकार द्वारा वर्तमान में कोई भी महाविद्यालय खोलने के आदेश एवं छात्रों से फीस लेने के आदेश जारी नहीं किये गए है इसके बाबजूद महाविद्यालय खोलकर छात्रों पर दवाब बनाकर फीस ली जा रही है जिसकी शिकायत बहेड़ी पुलिस से की गई गयी थी लेकिन बहेड़ी पुलिस द्वारा एक बार फिर प्रबंधक से साठगांठ कर लीला पोती कर शिकायत दर्ज नहीं कि गयी इस कार्य को उप निरीक्षक बलबीर सिंह जी द्वारा अंजाम दिया गया। जो कि अन्यायपूर्ण हैं। और अभी जल्दी मे ही बहेड़ी एसडीएम राजेश चन्द्र को भी फीस से सम्बन्धित शिकायत दी है महोदय से एक बार पुनः निवेदन है कि उपरोक्त सभी शिकायतों का संदर्भ लेते हुए तत्काल प्रबन्धकार्यकारिणी की बैठक बुलाकर त्वरित कार्यवही की जाए एवं महाविद्यालय को बंद करने आदेश जब तक की सरकार द्वारा महाविद्यालय खोलने के आदेश ना आ जाये तब तक बंद कराया जाए जिससे कोई भी छात्र \छात्रा कोरोना वायरस का शिकार ना हो पाए एवं प्रवेश संबंधी सारी प्रक्रिया को महाविद्यालय की वेबसाइट से ऑनलाइन कराने के आदेश जारी किए जाए।।
यदि उपरोक्त मांगो पर कार्यवाही नही की जाती है तब हम सब छात्र \ छात्राए आंदोलन करने को बाध्य होगी और इस दौरान किसी भी प्रकार की अनहोनी या दुर्घटना होने पर समस्त जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।
