कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने मुख्यमंत्री पर की तीखी प्रतिक्रिया
संवाददाता समी आलम
हल्द्वानी उत्तराखण्ड कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र रावत के बयान “माफिया के ख़िलाफ़ लड़ाई में सब एकजुट हों” पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रश्न किया कि क्या मुख्यमंत्री इतने कमजोर और लाचार पड़ गए हैं की माफिया तंत्र को ध्वस्त करने के लिये उन्हें एक जुट होने का आहवान करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने ऐसा बयान देकर अपने को पूरी तरह विफ़ल मुख्यमंत्री साबित कर दिया।सरकार के पास पूर्ण बहुमत होने के बावजूद मुख्यमंत्री का यह बयान बड़ा ही हास्यपद है और इस बयान से उत्तराखण्ड की उमीदों को भारी झटका लगा है। प्रदेश की जनता ने चुनाव से पहले भाजपा के बड़े-बड़े वादों व बड़बोलेपन में विश्वास करते हुए भाजपा को अप्रत्याशित बहुमत से नवाज़ा ,मगर डबल इंजन वाली सरकार धरातल में कुछ नही कर पाई।अच्छे दिन की आस में साढ़े तीन साल बाद भी लोगों को भाजपा अच्छे बयान व अच्छे सपने ही परोस रही है धरातल में कुछ नही है। जनता अपने को ठगा महसूस कर रही है।दीपक बल्यूटिया ने कहा यदि पूर्ण बहुमत वाली सरकार के मुख्यमंत्री यदि माफिया तंत्र को ध्वस्त नही कर पा रहे हैं तो उन्हें तुरन्त गद्दी छोड़ देनी चाहिये।दीपक बल्यूटिया ने कहा कि ज़ीरो टालरेंस की बात करने वाले जाँच रुकवाने के लिये राकेट की गति से मा० सर्वोच न्यायालय पहुँच गये। मा० सर्वोच न्यायालय द्वारा स्टे मिलते ही भाजपा में विजय दिवस मनाया गया जैसे मानो कि जाँच पर स्टे लगने से भाजपा को कोई बड़ा फायदा हुआ हो। इससे प्रतीत होता है जाँच होने से भाजपा के ज़ीरो टालरेंस की पोल खुल जाती जिसे बचाने में उन्हें क्षणिक सफलता मिली जिसका भाजपा जश्न मना रही है। बेहतर होता कि मुख्यमंत्री जाँच का स्वागत करते जिससे जनता को भरोसा होता।
हर मोर्चे में विफ़ल भाजपा ने 2017 के चुनाव में जारी अपना दृष्टि पत्र भी इंटरनेट से हटा दिया है और हो हल्ला किया जा रहा है की 80% कार्य हो चुके हैं। ऐसा है तो घोषणा -पत्र इंटरनेट से क्यों हटाया गया ?
दीपक बल्यूटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के बयान से उनकी माफिया तंत्र के आगे लाचारी दिखाई दे रही है, प्रदेश हित में उन्हें तत्काल प्रभाव से इस्तीफ़ा दे देना चाहिये।
