संपादक मुस्तज़र फारूकी

कालाढूंगी तहसील में पिछले एक साल से नोटरी नहीं होने से लोगों के जरूरी कामकाज रुक गए हैं। इस कारण एग्रीमेंट और शपथ-पत्र जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज तस्दीक नहीं हो रहे हैं।
नोटरी का कोई अन्य विकल्प नहीं होने के कारण दिन-ब-दिन यह परेशानी बढ़ती ही जा रही है। नागरिकों का कहना है शासन को यहाँ तहसील में नोटरी के लिए इन समय पर सरकारी वकील को उपलब्ध कराना चाहिए।
जानकारी के अनुसार शपथ-पत्र और एग्रीमेंट पर नोटरी न होने के कारण और सरकारी वकील का तहसील में उपलब्ध न हों तो नोटरी द्वारा दस्तावेजों को तस्दीक करने का प्रश्न ही नहीं उठता है। इस कारण लोगों के जरूरी काम-काज रुक से गए हैं।
नागरिक मोहम्मद सुहेल, अतीक अहमद, सईद अहमद सहित अन्य का कहना है शपथ-पत्र की आवश्यकता प्रत्येक व्यक्ति को किसी न किसी कार्य से पड़ती है। अकेले तहसील मुख्यालय पर ही रोजाना करीब 100 से 200 लोग नोटरी संबंधी विभिन्न कार्य कराते हैं। ऐसे में नोटरी नहीं होने के कारण नोटरी दस्तावेजों को तस्दीक नहीं कर रहे हैं। इससे लोगों की मुसीबत बढ़ रही है। नागरिकों का कहना है शासन को प्राथमिकता से यह नोटरी के लिए तहसील में एक सरकारी वकील उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
जबकि नोटरी करने के लिए लोगो को यहाँ से 25 किमी दूर हलद्वानी जाना पड़ता है ।करीब एक साल से क्षेत्र में नोटरी का अभाव बना हुआ है। तहसील में बिना नोटरी के दस्तावेज प्रमाणित नही किए जाते है ।
