1. ब्रेकिंग न्यूज़ बरेली
सत्ता के नशे में बन्द किया दलितों का रास्ता
अरे भाई। आपने कहावत सुनी होगी जिसकी लाठी उसकी भैंस ऐसा ही कुछ मामला। बरेली के बहेड़ी में विधायक के करीबी ने नगर पालिका का देखने को मिला। सत्ता के नशे में चूर। कुछ नहीं मिला तो। रास्ते पर दीवार खड़ी करके दलित समाज के लोगों का रास्ता ही बंद कर दिया। दरअसल बरेली के बहेड़ी के मोहल्ला जाझु नगर में दलित समाज के लोगों का आरोप है
कि बहेड़ी से बीजेपी के विधायक छत्रपाल सिंह गंगवार के करीबी हेमन्त गंगवार ने नगर पालिका बहेड़ी के रोड पर दीवार बनवा कर दलित समाज के लोगों का रास्ता बन्द कर दिया है
जिसके कारण दलित समाज के लोग अपनी पुश्तेनी जगह पर ना घर बना सकेंगे और ना ही अपने जमीन का किसी भी काम मे इस्तेमाल कर सकेंगे।जिसकी शिकायत दलित समाज के लोगो ने बहेड़ी में समाधान दिवस पर मंडलायुक्त से की थी।
जिसके बाद बीते हुए कल में नगरपालिका प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर जाकर नगर पालिका के रोड पर दीवार का निर्माण रुकवा दिया।लेकिन बीती रात में दबंग लोगो ने रोड पर दीवार का निर्माण करा दिया।वही दलित समाज को लोगो का आरोप है कि मौजूदा विधायक की शह पर ये निर्माण किया जा रहा है ।
2. ब्रेकिंग न्यूज़
गांव जटपुरा
जटपुरा गांव में कॉर्बेट बुलेटिन।न्यूज़ का सर्वे
दिनांक 8 फरवरी 2020 को गांव जटपुरा में जाकर हमारी टीम के होनहार पत्रकार शाहिद अंसारी ने सर्वे किया वहां पर गांव के लोगों को गुमराह करके मजदूरी कराई जा रही हैं।
उनको लालच गांव के प्रधान ने दिया अपने सामने का खरंजा उखेड़ दो तब मैं वहां पर सीसी रोड पड़वा दूंगा गवर्नमेंट से आ रहा करोड़ों रुपए माल किसी किसी का? मजे उड़ा रहे हैं वहां के प्रधान। माल किसी और का। रबड़ी खा रहे हैं प्रधान साहब। मजदूरों मजदूरों को दिखा रहे हैं। खाली ठेंगा। काम करें। मजदूर। मजे उड़ा गांव की मुखिया। अरे भैया, यह कहां का कानून है मेहनत हमारी? गांव हमारा। मजे ले रहे हैं प्रधान। मजदूरों से काम करा कर। मोटी रकम का हिसाब। गांव के लोगों से काम करा कर और गांव में लगभग देढ़ साल हो गया खंबे भी लगे हुए हैं पर लाइट का कोई बंदोबस्त नहीं है
लाइट आज तक नहीं जली लोग गांव के इस बात से बहुत नाराज हैं लाइट की शिकायत कई बार की गई है जिसमें गांव का प्रधान कहता आ रहा है लगवा दूंगा लाइट इसी तरीके की टालमटोल डेढ़ साल से। चलती आ रही है। गांव के लोग इंतजार करते करते। परेशान हो गए अगर बात की जाए। प्रधान महोदय की। प्रधान साहब की मौज ही मौज है। तो दूसरी तरफ गरीब को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। जिसके चलते जीवन यापन करने में। काफी परेशानियां कठिनाइयां। गांव वासियों को झेलनी पड़ रही है। जिसका जिम्मेदार कोई और नहीं गांव का ही प्रधान है लोगों का कहना है। अगर यही हाल रहा प्रधान का तो। वह दिन दूर नहीं। जब इस पद से हटा दिया जाएगा।
आखिर में अब तो प्रधान जी ने हद पार कर दी गांव के लोगों से मजदूरी करवाई जा रही है गवर्नमेंट से जो पैसा आ रहा मजदूरी के लिए वह खुद अपनी जेब में रख रहा है
और गांव के लोगों को उसके बदले में कहा कि मैं सीसी रोड डलवा दूंगा और गांव के लोगों ने कहने में आकर खंरजे को उखेड़ ने में लग गए मगर क्या हुआ? नाही सीसी रोड बनी। और ना ही कोई और व्यवस्था बनी। ढाक के तीन पात। अगर बात करें। सत्ता की। तो सत्ता के नशे में चूर। पर जनता है मजबूर। एक तेरा मोदी जी कहते हैं। हर घर में। रोड खरंजा बिजली पानी। स्कूल। बनवा कर दिए जाएंगे तो दूसरी तरफ यह खाली। कार्यवाही कागजों में ही दिखती है जिसके चलते मौज उड़ाते हैं यहां के प्रधान। और नेता। मेहनत मजदूरी करता है गरीब। मलाई खाते हैं यह सब मिलकर। जनता आखिर क्या करें? इसका जवाब शायद ही किसी के पास हो। जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ। तो जनता का कहना है कि एक उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान की होगी।
3.ब्रेकिंग न्यूज़ बरेली
बरेली जिला संवाददाता शाहिद अंसारी
बरेली के बहरोली में 17 लाख के ओवरहेड टैंक का बजट जारी
हिन्दुस्तान ने कैंसर से जूझते मीरगंज-आंवला के गांव की हकीकत जनप्रतिनिधियों के साथ शासन-प्रशासन को दिखाई तो लोगों की जिंदगी बचाने के रास्ते तलाशे जाने लगे। मीरगंज के गांव बहरोली को जहरीले भूजल से मुक्ति मिलने का रास्ता साफ हो गया। मीरगंज विधायक डीसी वर्मा ने अपनी निधि से टैंक टॉप स्टैंड पोस्ट (टीटीएसपी) बनाने के लिए 17 लाख की रकम जारी कर दी। शुक्रवार को जल निगम को 17 लाख की रकम मिल गई। अगले सप्ताह टीटीएसपी का निर्माण शुरू हो जाएगा।
रामगंगा नदी से सटे मीरगंज के करीब 20 गांवों में कैंसर का कहर है। जहरीला भूजल मुसीबत बना हुआ है। जल निगम की जांच में हैंडपंपों के पानी में आर्सेनिक और आयरन की पुष्टि हुई है।
लैब एक्सपर्ट के सुझाव पर प्रशासन ने हैंडपंप का पानी पीने पर रोक लगा दी है। हिन्दुस्तान ने मीरगंज के बहरोली समेत कई गांवों में कैंसर से बेमौत मर रहे गांववालों की तस्वीर दिखाई थी। जहरीले भूजल का सच भी सामने रखा था। कैंसर से तबाह हुए परिवारों का दर्द भी दिखाया था। कैंसर प्रभावित गांवों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए मीरगंज विधायक ने तुरंत ग्रामीणों को राहत देने के लिए अपनी विधायक निधि का मुंह खोल दिया।
विधायक अपनी निधि से बेहरोली गांव में टीटीएसपी लगाने का प्रस्ताव डीआरडीए को दिया था। विधायक के प्रस्ताव पर जल निगम से एस्टीमेट बनवाया गया। सीडीओ ने एस्टीमेट को मंजूरी दी। शुक्रवार को ट्रेजरी के जरिए जल निगम को 17 लाख का चेक टीटीएसपी लगाने के लिए भेज दिया गया। टीटीएसपी के साथ आर्सेनिक रिमूवल यूनिट (एआरयू) लगाई जाएगी। भूजल बिल्कुल शुद्ध होने के बाद गांव में सप्लाई किया जाएगा। जल निगम के एक्सईएन संजय कुमार ने बताया कि मीरगंज के कैंसर प्रभावित गांव बहरोली में टीटीएसपी बनाने के लिए विधायक निधि से 17 लाख का बजट मिल गया है। टीटीएसपी में आर्सेनिक रिमूवल यूनिट लगाकर शुद्ध पानी की आपूर्ति गांव में की जाएगी। अगले सप्ताह टीटीएसपी का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।
कैंसर प्रभावित गांवों को जहरीले भूजल से राहत दिलाने के लिए मैं हर स्तर पर प्रयास कर रहा हूं। बहरोली में टीटीएसपी के लिए विधायक निधि दे दी गई है। केंद्र और राज्य सरकार बरेली के सभी कैंसर प्रभावित गांवों में ओवरहेड टैंक से पेयजल आपूर्ति की योजना बना रही है। जल जीवन मिशन में कैंसर प्रभावित गांवों को शामिल किया गया है।
डीसी वर्मा, विधायक मीरगंज
4. ब्रेकिंग न्यूज़
बरेली जिला संवाददाता शाहिद अंसारी
मौलाना तौकीर अहमद बोले, मुल्क को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे फिरका परस्त
आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर ने एक बार फिर से सीएए, एनसीआर और एनपीआर को लेकर अपने तेवर दिखाए हैं। शनिवार को अपने आवास पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत में भी इंकलाब के लिए हिंदुस्तानियों ने अपना खून बहाया था। इसलिए इस काले कानून के विरोध में भी ऐसा ही इंकलाब सड़कों पर दिखाई दे। उन्होंने कहा कि केंद्र की झूठी सरकार मुल्क का माहौल खराब करने में लगी है। मौलाना ने अखिलेश यादव को टीयूटर नेता बताया है।
वहां नए कानून को लेकर लोग धरने पर बैठे हैं। धरने पर बैठने वालों के साथ जिला प्रशासन और पुलिस जुल्म कर रही है। इसलिए इंकलाब लाने का वक्त है। अंग्रेजी हुकूमत में भी पुलिस ने इसी तरह से बर्बरता की थी। हिंदुस्तानियों ने पुलिस की लाठी डंडे तक खाए, तब जाकर मुल्क को आजादी मिली। इसी तरह आज इस नए कानून के विरोध में हमें इंकलाब लाने की जरूरत है। मौलाना ने कहा कि फिरकापरस्त ताकत मुल्क को नुकसान पहुंचाने का काम कर रही हैं।
आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर ने उलेमा संगठनों से आखिर क्यों मांगी मदद, जानने के पढ़ें पूरी खबर
पुलिस इन के इशारे पर अमन शांति कायम रखने की जगह अमन ओ अमान का नुकसान पहुंचाने का काम कर रही हैं।उन्होंने कहा कि इंकलाब हमेशा खून बहा कर लाया गया है। हमें किसी पर हमलावर नहीं होना है, सिर्फ अपना खून बहा कर अपनी आवाज उठानी है। किसी के साथ झगड़ा नहीं करना है। पुलिस लाठी चार्ज करें तो उन लाठियों को भी सहन करना है। मौलाना ने केंद्र सरकार की हुकूमत को बेईमानों की सरकार बताया है। मौलाना ने कहा है कि जनगणना जैसी होती आ रही है वेसे ही हो, अगर उस तरह से नहीं हुई तो आंदोलन जारी रहेगा। इसके लिए धरना प्रदर्शन करना पड़े वह भी किया जाएगा। धरने में महिलाओं को भी शामिल करने की आगे की प्लानिंग हमारी है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान दो बच्चों पर उन्होंने कहा कि 11 फरवरी को नागपुर में मेरा प्रोग्राम है। इस सवाल का जवाब इसी प्रोग्राम में तकरीर के दौरान दिया जाएगा। मौलाना ने कहा है कि अखिलेश यादव सिर्फ ट्विटर के नेता बन गए हैं। विपक्षी दल अब भी सक्रिय नहीं हुए तो आने वाले चुनाव में हिंदुस्तान की जनता उन्हें सही रास्ता दिखा देगी।