
कालाढूंगी हल्द्वानी।वर्तमान में चल रहे किसान आंदोलन को देखते हुए अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य मंत्री सुशील राठी ने उत्तराखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता एवं कालाढूंगी विधानसभा से चुनाव लड़ चुके वरुण प्रताप सिंह भाकुनी को उत्तराखण्ड प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी (ई) में प्रदेश महासचिव के महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया है ।
राठी के अनुसार वरुण का किसान परिवार से होना और उनकी सांगठनिक क्षमता एवं जुझारूपन को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी का किसान आंदोलन को पूर्ण समर्थन दिया जा रहा है और उन्हें उत्तराखंड में अधिक से अधिक किसानों को जोड़कर उक्त आंदोलन को सफल बनाने हेतु और किसानों की मांगों को पूर्ण कराने हेतु संघर्ष करना है ।
किसानों की मांग है की तीन काले कृषि कानूनों को वापस लिया जाए जिससे देश के अन्नदाता का उत्पीड़न हो रहा है । इस विशाल कृषि आंदोलन को एक माह से अधिक हो चुका है और भारत के विभिन्न प्रदेशों और संगठनों के किसान इसमें शामिल है। अभी तक 56 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।
वरुण का कहना है कि यह सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है और करोड़ों गरीब किसानों को इन कानूनों से बहुत क्षति पहुंचेगी। सरकार गरीब किसानों के अधिकार खत्म कर उन्हें बड़े कोर्पोरेट घरानों के हाथ सौंपना चाहती है।
वरुण के दादा व दादी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे तथा उन्हें सरकार द्वारा उत्तराखंड के तराई क्षेत्र किच्छा के देवरिया गांव में कृषि जमीन आवंटित की गई थी। इस पूरे गांव में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और उनके आश्रित बसे हैं ।

