लेखिका,अंजुम कादरी, सितारगंज उत्तराखंड
अंजुम कादरी की कलम का जादू
असंभव के पार चलकर
चांद की सतह पर
उतरा है
हमारा चंद्रयान …
फक्र कर रहा
हर भारतवासी..
आज विश्व भी
बोल रहा
जय हो भारत महान..
यह …
एक पल का गर्व नहीं
भारत के
अन्वेषकों की
वर्षों की कठिन तपस्या है..
ढूंढते रहे
वो तब तक
समाधान …
जब तक
इस अभियान की
दूर नहीं हुई
हर समस्या है..
आज चांद पर
लहराया है परचम …
कल न जाने
कितने रहस्यों पर
तिरंगा लहराएगा …
भारत ही था
एकमात्र विश्वगुरु..
वो फिर से
एक सुर में
विश्व गुरु कहलायेगा…
🙏
प्रत्येक भारतवंशी को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान के सफलतापूर्वक लैंडिंग कर इतिहास रचने पर हार्दिक शुभकामनाएं… 🇮🇳