![](https://corbetbulletin.com/wp-content/uploads/2023/05/IMG-20230209-WA0011.jpg)
![](https://corbetbulletin.com/wp-content/uploads/2020/04/PicsArt_05-03-10.45.05-1-211x300.png)
चीफ़ एडिटर कॉर्बेट बुलेटिन
मोहम्मद जाकिर अंसारी हल्द्वानी नैनीताल उत्तराखंड
आज रविवार को पूरे भारतवर्ष में लोगों ने जलाई 9 बजकर 9 मिनट पर करोड़ो मोमबत्तियां,दीप,मोबाइल की लाइट पूरे भारतवर्ष में कोरोना वायरस के खौफ से फैले अंधेरे को प्रकाश से मात देने का संकल्प लिया
![](https://corbetbulletin.com/wp-content/uploads/2022/11/WhatsApp-Image-2022-11-05-at-1.44.10-PM.jpeg)
शहर में ठीक 9 बजे से पहले आधे शहर में लाइट चली गई, इसके साथ ही देशभर में पटके, मोबाइल की लाइट, दिये आदि जलाकर कोरोना को भागने में लोगों ने साथ दिया
लोगों ने अपने घरों के दरवाजों, खिड़कियों व बालकनियों पर दीप, टार्च, मोमबत्ती या मोबाइल की फलैश लाइटें जला कर कोरोना वायरस के खौफ से फैले अंधेरे को प्रकाश से मात देने का संकल्प लिया।
इस समय शहर के तमाम घरों में छोटी-छोटी लाइटें टिमटिमा रही हैं। इस दौरान लोगों ने अपने घरों की लाइट बंद कर दी।
बच्चों व महिलाओंं में भी इस रचनात्मकता का जम कर लुत्फ उठाया और कुछ देर के लिए लोग कोरोना के खौफ को भूल गए। यहां के तमाम मोहल्लों में इस समय दीप जलते दिखाई पड़ रहे हैं।
पूरे भारत में लोगों ने जलाई 9 बजकर 9 मिनट पर करोड़ो मोमबत्तियां,दीप,मोबाइल की लाइट
भारतीय प्रधानमंत्री ने पांच अप्रैल की रात को भारतीय जनता से कोरोना वायरस के खिलाफ जंग का आह्वान कर लोगों से दीये जलाने की अपील की थी जिसको लेकर पूरे भारतवर्ष में 9:09 पर करोड़ों मोमबत्तियां, दीप, मोबाइल की लाइट जलाई गई ।
इससे कल इटली के निवासियों ने 1 दिन पहले यानी 4 तारीख को मोमबत्ती जलाकर इस वायरस की वजह से जान गंवाने वाले अपने परिजनों को याद किया।
उनकी आंखों में अपने प्रियजनों के जाने का गम और दिल में कोरोना से जंग जीतने का विश्वास साफ दिख रहा था
आपको बताते चलें चीन के बाद इस वायरस ने सबसे ज्यादा तबाही इटली में ही मचाई है,
जहां महज तीन हफ्तों में 15,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और एक लाख 19 हजार 827 लोग इस वायरस से संक्रमित बताए जाते हैं।
पूर्ण लॉक-डाउन के बाद भी इटली के लोगों ने सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया। वे शुरुआत में इस बीमारी की गंभीरता को नहीं समझे थे जिसका खामियाजा अपनी जाने देकर गवाना पड़ा
और इसका खामियाजा अब पूरा देश भुगत रहा है।इटली के लोग सांस्कृतिक रूप से अपना अधिकांश समय सामाजिक रूप से व्यतीत करते हैं। ऐसे में जब सरकार ने पूरे देश में बंदी की घोषणा कर दी थी, तो लोगों ने उसे छुट्टी मनाने का सही समय माना और परिवार व दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए घूमने चल दिए। इसकी वजह से वायरस का प्रसार समुदायिक स्तर पर हुआ और संक्रमण तेजी से फैल गया जिसका खामियाजा हजारों लोगों ने अपनी मौत से चुकाना पड़ा
मुसोलिनी के दौर में विश्व युद्धों के बाद इटली ने कभी भी इस तरह, इतनी बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत नहीं देखी है। लिहाजा, इस वायरस के खिलाफ जंग का ऐलान करते हुए इटली के नागरिकों ने खिड़कियों पर खड़े होकर गीत गाए और मोमबत्तियां लहराईं। पूरे भारतवर्ष में मोमबत्तियां जलाकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एहवान को पूरा किया बालकनियों और खिड़कियों को मोमबत्तियों से रोशन किया गया।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना के खिलाफ जंग में जुटे कर्मचारियों जैसे डॉक्टर, नर्स, सफाई कर्मी, पुलिस के जवानों आदि का हौंसला बढ़ाने के लिए लोगों से ताली-थाली बजाने का आह्वान किया था। इस बार इटली ने भारत से एक दिन पहले मोमबत्तियां जलाई हैं। रविवार 5 अप्रैल 2020 को 9:09 पर पूरे भारतवर्ष में मोमबत्तियां जलाकर पूरे किए नरेंद्र मोदी से किए हुुुआ वादा किया पूरा।
![](https://corbetbulletin.com/wp-content/uploads/2023/08/Picsart_23-08-15_11-41-45-978.jpg)