हल्द्वानी कारागार में हुआ खूनी संघर्ष एक कैदी की मौत
हल्द्वानी सूत्रों के अनुसार रविवार की रात्रि करीब 9 बजे से 9,30बजे के मध्य एक सनसनीखेज मामला सामने आया है।लॉक डाउन और धारा 144 के चलते कारागार हल्द्धानी में 2 युवाओ की हुईं बैरक नम्बर एक मे भिड़ंत जिसके बाद पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। बताया जा रहा है कि हल्द्वानी उपकारागार में दो विचाराधीन कैदी आपस में भिड़ गये। आपसी संघर्ष में एक कैदी ने दूसरे कैदी पर की छाती पर ताबड़तोड़ कई वार कर दिये। दोनों के बीच हुए खूनी लड़ाई की लड़ाई की जानकारी मिलते ही जेल के कैदियों और मौजूद पुलिस प्रहरिया में मचा हडक़ंप , पुलिस द्वारा आनन-फानन में जेल में उपचार के बाद घायल कैदी को उपचार के लिए पुलिस वाहन में डाल सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों के द्वारा उसे बेस रेफर कर दिया गया। लेकिन बेस में चिकित्सकों के द्वारा परीक्षण कर युवक को मृत घोषित कर दिया। कैदी की मौत से जेल प्रशासन में मच गया हडक़ंप
हल्द्धानी जेल के जेलर संजीव ह्यांकी पूरी घटना को संज्ञान में लेते हुये मारपीट करने वाले छेड़खानी के आरोपित कैदी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज आरोप गया है। जबकि मृतक डकैती के आरोप में बंद है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि बाजपुर का 19 वर्षीय निवासी शानू पुत्र नन्हे डकैती कांड के आरोप में 4 मार्च 2020 से जेल में बंद था। वहीं हल्द्वानी के दमुवाढूंगा निवासी आलोक नेगी पुत्र रमेश सिंह भी छेड़छाड़ के आरोप में 6 मार्च 2020 को जेल में लाया गया था। दोनों को बैरक नंबर एक मे रखा गया था। रविवार की रात खाना खाने के बाद सभी कैदी टीवी देख रहे थे। इसी दौरान शानू और आलोक के बीच बहस हो गई। इसी बात को लेकर दोनों के बीच लड़ाई हो गई।
बताया जा रहा है कि आलोक ने गुस्से में लेटे हुए शानू के सीने पर मुक्के के कई प्रहार कर दिए। शानू जैसे ही उठाए गश खाकर जमीन पर गिर गया।जेल प्रशासन को इसका पता चला तो तुरंत चिकित्सक से प्राथमिक उपचार कराया गया। इसके बाद शानू को सुशीला तिवाड़ी अस्पताल ले जाया गया। सुशीला तिवाड़ी अस्पताल में उपचार नहीं मिलने पर उसे बेस हॉस्पिटल ले जाया गया। बेस के चिकित्सकों ने शानू को मृत घोषित कर दिया। आज पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौपा जाएगा