तीरे सितम जंगल में लेकर कौन शिकारी आया था
जंगल को मालूम है सब कुछ आहू से क्या पूछो
होपास मंदा महाज़ अल्पसंख्यक महिला मोर्चा अध्यक्ष अंजुम क़ादरी उत्तराखंड
सितारगंज पुलिस ने बननाखेड़ा निवासी हरबंश सिंह की पुत्री प्रकाश कौर उर्फ प्रीति की मौत के मामले में 3 लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। प्रीति 20 फरवरी को ग्राम भगोरी के पास खेत में शहतूत के पेड़ से लटकी मिली थी। ग्राम बननाखेड़ा निवासी हरबंश सिंह ने दर्ज कराए मुकदमे में आरोप लगाया है कि। उनकी 22 वर्षीय पुत्री प्रकाश कौर को उनकी महिला मित्र सुमन कौर निवासी ग्राम पिंडारी ने फोन करके अपने घर पिंडारी बुलाया था।सुमन के फोन आने के बाद प्रकाश कौर अपने शैक्षिक दस्तावेज लेकर 19 फरवरी को घर से निकली। प्रकाश कौर के पिता ने बताया उनकी पुत्री 20 फरवरी की सुबह तक घर वापस नहीं आई और उसका फोन भी स्विच ऑफ आने लगा तब उन्होंनेप्रकाश कौर की फ्रेंड सुमन कौर को कॉल किया। सुमन कौर का भी नंबर स्विच ऑफ आ रहा था। इस बीच उन्होंने अपने बनाए हुए बेटे अरमान को कॉल कर पूछताछ शुरू की। तब अरमान ने उन्हें बताया सुमन प्रकाश कौर को मुजाहिद अली के गैराज पर छोड़ कर आई थी। और अरमान ने यह भी बताया उसके फ्रेंड का उसको फोन आता है और वह कहता है आपकी बहन आई हुई है। यह सूचना मिलते ही अरमान भी मुजाहिद के बारसी मोटर्स गैरेज पर प्रकाश कौर से मिलने चला गया। मगर उसको इस बार प्रकाश कौर नहीं मिली। आपको बता दें 3 फरवरी को भी प्रकाश कौर मुजाहिद अली के गैराज पर अपने दस्तावेज लेकर आई थी और मुजाहिद से विवाद भी किया था। मुजाहिद ने अरमान को फोन करके सूचना दी 3 फरवरी को अरमान ने अपनी बनाई हुई बहन प्रकाश कौर को मना करके अपने घर ले आया। और प्रकाश कौर की फैमिली को भी फोन करके बताया। यहां ऐसा हो रहा है। अरमान के कहने पर प्रकाश कौर की फैमिली ने प्रकाश कौर को टॉर्चर भी किया। लेकिनकहा जाता है प्रकाश कौर और मुजाहिद अली के दरमियान एक मजबूत रिश्ता कायम था।प्रकाश कौर और अरमान आपस में बहन भाई हैं। और प्रकाश कौर की वजह से सुमन भी अरमान की बहनों में लगती है।अरमान और प्रकाश कौर के रिश्ते को यह दूसरी वर्ष है। आज तक प्रकाश कौर अरमान के घर आती जाती रही एक दूसरे की फैमिली भी आती-जाती रही कोई घटना नहीं घटी। जब 19 फरवरी को प्रकाश कौर ग्राम पिंडारी में आई तो उसने अपने राखी भाई अरमान को सूचित भी नहीं किया। इस बार सोचने वाली बात है प्रकाश कौर के साथ मौत का खेल किसने खेला। मैं महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अंजुम कादरी प्रदेश के कानून से गुज़ारिश करती हूं। यह जो इन तीनों व्यक्तियों पर दफा 304 लगाई गई है इनसे कड़ी पूछताछ की जाए और इसमें इस गुनाह में इस मौत के खेल में यह तीनों मे से कोई भी मुलवविज़ पाए जाएं तो कानून को पूरा अधिकार है। जैसा कि हम सभी जानते हैं दफा 304 यह साबित करती है मुजरिम को आजीवन कारावास की सज़ा मुकर्रर की जानी चाहिए। वही मैं अपने शब्दों में कई बार कह चुकी हूं। आज फिर मेरे वही शब्द हैं। गार्जियन अपनी बेटियों और बेटों पर कड़ी नज़र रखें। खासतौर से बेटियों को इस तरह खुली छूट ना दें। क्योंकि जब भी कहीं मसला पेश आता है। तो जान बेटियों की ही जाती है। इसीलिए अपने बच्चों पर बेटी बेटा पर कड़ी नज़र रखें। उन्हें किसी भी तरह की खुली छूट ना दें। जय हिंद जय भारत जय शिक्षा।