इसे कहते हैं समाजसेवी,हेमंत गोनिया ने दिया इंसानियत का सबूत,सिस्टम की लाचारी के चलते एक और मासूम की गई जान।
हल्द्वानी में एक और मासूम की गई गई सिस्टम की लापरवाही के चलते जान, आखिरकार कौन है इस सब का जुम्मेदार अब नहीं रही छह माह की सौम्या,,,,,,,,,,,,,, सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का किस तरह हो रहा है मजाक,परेशान है मरीज, 6 माह की बच्ची सौम्या आर्य ऋषिकेश अस्पताल एम्स में भर्ती करने के लिए उसे खुशियों की सवारी से भेजने के लिए हेमंत गोनिया द्वारा सीएमओ नैनीताल भागीरथी जोशी से वार्तालाप की गई ! उन्हें पता ही नहीं कि खुशियों की सवारी बाहर भी जाती है !
और हेमंत गोनिया से कहने लगी अभी पेशेंट को यहीं रहने दो, अस्पताल पर मैंने फोन कर दिया है डॉ अरुण जोशी सुशीला तिवारी पूरी मदद कर रहे हैं ! हेमंत गोनिया ने इस मामले से माननीय केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट को अवगत कराया ! उन्होंने फोन घुमाया जिलाधिकारी को अवगत कराया,जिसके चलते जिलाधिकारी द्वारा तुरंत की कार्रवाई के लिए नगर मजिस्ट्रेड रिचा सिंह को फोन घुमाया गया ! उनका फोन हेमंत गोमिया के पास आया कहने लगी सब व्यवस्था कर दी है !
खुशियों की सवारी की अब देखिए सिस्टम का हाल ! जबकि मरीज सौम्या वेंटीलेटर पर थी उसे ऋषिकेश एम्स भेजने पर वेंटिलेटर एंबुलेंस चाहिए,जो यहां पर नहीं है ! उसे केवल खुशियों की सवारी से भेजा जा रहा था ! जिसे हेमंत गोनिया ने मना कर दिया ! नहीं तो वो रास्ते में ही दम तोड़ देती !और आज सौम्या का देहांत हो ! बो इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह गई ! जबकि कल उसे सुशीला तिवारी से डिस्चार्ज कर दिया गया था ! उसका मासूम को लेकर पिता बाजार पर लेकर घूम रहा था !
बारिश में लोगों से मदद मांग रहा था ! तभी फरिस्ता बनकर हेमंत गोनिया सामने आए ! सौम्या को हेमंत गोनिया ने कल शाम को सुशीला तिवारी अस्पताल पर भर्ती कराया था ! अरुण जोशी जी से वार्तालाप करके सौम्या के देहांत होने पर हेमंत गोनिया को बड़ा दुख हुआ ! उसके माता-पिता का भी रो-रो कर बहुत बुरा हाल है ! जबकि सौम्या को एम्स अस्पताल जाने के लिए ऋषिकेश खुशियों की सवारी के तमाम कागजात राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से बन गए थे !
2 दिन बाद उसे वहां जाने की तैयारीयां थी! मगर होनी को कुछ और ही मंजूर था ! उसके दिल मे छेद था साथ ही मासूम को निमोनिया भी था ! उसे खून की उल्टी भी हो रही थी ! सौम्या के पिता का नाम डिगर राम माता का नाम दीपांशी आर्य निवासी हल्द्वानी ब्लॉक कार्यालय चंद फार्म के रहने वाले हैं ! सुशीला तिवारी अस्पताल ने 2530 रुपए का बिल भी थमा दिया
जो उसके पास नहीं थे ! मासूम के माता पिता रोने लगे ! तभी हेमंत गोनिया ने प्रधानाचार्य सुशीला तिवारी डॉक्टर अरुण जोशी से यह पैसे माफ करवाएं ! और एंबुलेंस एसोसिएशन से एक निशुल्क एंबुलेंस उसके बच्चे और परिवार को ले जाने के लिए विवस्ता कराइ और उनको ब्लॉक चंद फार्म तक पहुंचाया
!EK बार फिर हमारा कॉर्बेट बुलेटिन न्यूज़ हेमंत गोनिया का दिल से शुक्रिया करता है ! जिन्होने एक समाजसेवी होने का फर्ज निभाया हेमंत गोनिया जैसा फरिस्ता बनकर आना सब के बस के बात नहीं है