शीशगढ़ चौकी क्षेत्र बंजरिया के के गाँवों में तेंदुए का आतंक पिछले एक सप्ताह से था जिससे ग्रामीणों में दहशत बनी हुई थी ग्रामीणों ने खतरे को भांपते हुए तीन दिन पूर्व गाँव खमरिया के मन्दिर से एनाउंस कराकर ग्रामीणों को घर से बाहर न निकलने की मुनादी भी कराई थी जिसे हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से खबर छापकर आगाह भी किया था
।परंतु ग्रामीणों की बार बार सूचना के बाद भी वन विभाग का कोई भी नुमाइन्दा क्षेत्र में नहीं पहुंचा था शायद वह विभाग के अधिकारी किसी बड़ी घटना के इंतजार में थे । तीन दिन पूर्व गाँव खिजरपुर के महेश कुमार मुखिया ने बताया था कि दोपहर में उन्होंने गन्ने के खेत मे तेंदुए को नीलगाय का शिकार करते हुए देखा था जिसको गाँव मे आकर ग्रामीणों को बताया फिर रात को 9.30बजे गाँव बुझिया के सरदार धर्मेन्द्र सिंह ने अपने घर के पीछे तेंदुए को टहलते हुए देखा था ।इस घटना से तीन दिन पूर्व गुरुवार को गाँव खिजरपुर निवासी रामवती पत्नि भूरे लाल अपनी बकरियों को जंगल मे चरा रही थी कि अचानक गन्ने के खेत से निकले तेंदुए ने झपटकर उनकी दो बकरियों को मार डाला ग्रामीणों के शोर मचाने पर तेंदुआ गन्ने के खेत मे घुस गया ,इस घटना में दो दिन पूर्व तेंदुए ने गाँव सुकटिया निवासी पवन वर्मा के पिग फार्म से 3 सुअरों को निवाला बनाया था जिसकों पिग फार्म पर मौजूद लोगों ने हथौड़ी से आवाज कर भगाने के बाद वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी थी तब वह विभाग के अधिकारी पिग फार्म पर पहुँचे थे
और ग्रामीणों को जंगल मे अकेले न जाने की हिदायत देकर लौट गए थे तब से कोई भी वन अधिकारी क्षेत्र के गाँवों में नहीं पहुँचे है जबकि ग्रामीणों में दहशत बरकरार है ।