


ईद उल-अजहा (बकरीद) नगर में अकीदत व उल्लास के साथ मनाई गई
रिपोर्ट-मुस्तज़र फारूकी
कालाढूंगी ईद उल-अजहा (बकरीद) नगर में अकीदत व उल्लास के साथ मनाई गई है। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार सामूहिक नमाज पर रोक होने के कारण लोगों ने घरों में ही नमाज अदा की। साथ ही मुल्क में अमन व तरक्की संग कोरोना वैश्विक महामारी से निजात दिलाने की दुआएं मांगी। लोगों ने एक दूसरे को बकरीद की मुबारकबाद दी। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार सामूहिक नमाज पर रोक थी। इसके लिए प्रशासन ने प्रबंध किए हैं। और मस्जिदों पर पुलिस तैनात की गई है। पुलिस अधिकारी भ्रमण करके व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। मुस्लिम समाज के लोगों ने घरों में ईद उल अजहा की नमाज अदा की। लोगों ने गरीबों व जरूरतमंदों को कपड़े, पैसे आदि भेंट किए। कालाढूंगी की तीनों मस्जिदों में शांतिपूर्वक नमाज पढ़ी गई। इधर ईदगाह में भी ईद-उल-अजहा की नमाज सुबह 8:30 बजे हुई। इमाम ईदगाह मौलाना ने बताया कि सिर्फ 5 लोगों के साथ नमाज अदा की गई। सभी से घरों में नमाज पढ़ने की अपील की गई थी। नगर-ए-जुमा मस्जिद मौलाना ने भी सभी को घरों में नमाज पढ़ने और कुर्बानी के दौरान कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करने की गुजारिश की थी। मोती वाली मस्जिद के इमाम फिरासत अली ने कहा कि केवल पांच लोग ने एक साथ नमाज की।
कालाढूंगी नगर के वार्ड की मोती मस्जिद में इस बार ईद का त्यौहार पूरी शिद्दत से मनाया गया। इमाम और कुछ चुनिंदा लोगों ने ईदगाह जाकर नमाज अदा की। जबकि अधिकांश लोगों ने घरों में ही नमाज पढी। ईद उल अज़हा (बकरीद) पर मौलाना फिरासत अली ने भी पूरी दुनिया मे कोरोना जैसी भयानक बीमारी में हिन्दू मुस्लिम सभी के लिए दुआ की। ईदगाह में शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए नमाज़ ए ईद अदा की गई। इस मौके पर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखा।

मस्जिद व ईदगाहों के आसपास सुरक्षा बल मुस्तैद रही। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सामूहिक नमाज पढ़ने पर पाबंदी होने के कारण धर्मगुरुओं ने शारीरिक दूरी का पालन करने व घर में ही नमाज पढ़ने की अपील की थी। नगर मुफ्ती मौलाना ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सभी लोग करे। प्रशासन के निर्देश जनहित के लिए हैं।
