


रिपोर्टर अतुल अग्रवाल. ब्युरो चीफ जावेद ज़ैदी

ऐतिहासिक घटना के चलते पूर्ण देश ने देखा चन्द्रमा को सूरज को ढकने का घटनाक्रम सूर्यग्रहण
देश में सूर्य ग्रहण जारी, कई जगहों पर दिखा रिंग ऑफ फायर का नजारा….
उत्तराखंड – प्रथम सूर्य ग्रहण का दुर्लभ घटनाक्रम को देखा देश की जनता में अलग अलग तरीको से लोगो ने देखा सूर्यग्रहण और समझने की जिज्ञासा रही चंद्रमा के सूर्य को ढकने की ऐतिहासिक घटना को देखा गया इछुक सैकड़ों लोगों को सूर्यग्रहण ने दस बजकर छब्बीस मिनट से शुरू हुआ ये सूर्यग्रहण दोपहर पौने दो बजे तक चला । पूर्ण सूर्यग्रहण अलग अलग स्थानों में एक मिनट से कम चल सका इससे पहले पूर्ण सूर्यग्रहण 26 दिसम्बर 2019 को भारत के दक्षिणी हिस्सों से देखा गया था । भारत से अगला सूर्यग्रहण देखना 20 मार्च 2034 को संभव हो इस दुर्लभ खगोलीय घटना का आनंद उठाया ।
वही रामपुर वा देश के कई हिस्सों में रिंग ऑफ फायर का नजारा दिखाई दिया। इसके बाद ग्रहण का मोक्ष काल शुरू हो गया है। यह ग्रहण दोपहर 3 बजकर 4 मिनट पर समाप्त होगा। इस सूर्य ग्रहण के बाद अगला ग्रहण 14-15 दिसंबर में होगा। यह ग्रहण पूर्ण सूर्यग्रहण होगा लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं देगा। इस कारण से सूतक मान्य नहीं होगा।
यह अफ्रीका के दक्षिणी भाग, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और हिंद महासागर और अंटार्कटिका दिखाई देगा। धार्मिक परंपराओं को मानने वाले अनेक लोगों ने सूर्य ग्रहण लगने के बाद शंख ध्वनि करके ग्रहण के छूटने की कामना की। अनेक लोगों ने जप, पाठ आदि भी किए। ग्रहण के छूटने के साथ धीरे धीरे रोशनी भी बढ़ती गई।लोगों ने फोटोग्राफिक फिल्म और काले चश्मे आदि के माध्यम से सूर्य ग्रहण को देखा।सुबह करीब 10:30 बजे सूर्य ग्रहण शुरू हुआ और धीरे-धीरे सूर्य पर छाया बढ़ने लगी रोशनी भी कम होती चली गई।
