


संपादक मुस्तेजर फारूकी

कालाढूंगी मे गुलदार ने 16 वर्षीय बच्ची को बनाया निवाला, बच्ची की मौत

कालाढूंगी। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के बैलपड़ाव रेंज के लडुआगाड़ क्षेत्र में तेंदुए ने 14 साल की बालिका पर हमला कर उसे मार डाला बताया जा रहा है। कि घटना के वक्त वह नहर के पास कंघी साफ कर रही थी। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु बागरी ने घटना पर दुख जताया और कहा कि पीड़ित बालिका के परिवार को मुआवजा दिया जाएगा, साथ ही तेंदुए को पकड़ने के लिए कैमरा ट्रैप के अलावा पिंजरा भी लगाया जा रहा है.
पीड़ित दान सिंह का परिवार बैलपड़ाव रेंज के चूनाखान के मदनबेल गांव में जंगल के किनारे झोपड़ी में रहता है दान सिंह की आठवीं में पढ़ने वाली 14 वर्षीय बेटी ममता शनिवार शाम करीब पांच बजे घर से कुछ ही दूरी पर स्थित गूल में कंघी साफ कर रही थी. तभी अचानक तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया. बच्ची की चीख सुनकर परिजन दौड़ कर मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक तेंदुआ उसे जंगल की ओर ले जा चुका था. सभी लोगों ने जंगल में जा कर लड़की कोे ढूंढा. करीब आधे घंटे बाद जंगल में बालिका का शव मिला जिसके शरीर पर बाग के हमले के निशान पाए गए देखने से ही मालूम हो रहा था कि तेंदुए ने काफी बेरहमी से बालिका के ऊपर हमला किया है।
सूचना मिलने पर बैलपड़ाव रेंजर संतोष पंत, एसडीओ शिशुपाल सिंह रावत मौके पर पहुंचे. गुस्साए ग्रामीणों और परिवार के लोगों ने उनका घेराव कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि तेंदुआ कई दिनों से दिखाई दे रहा है, वह कई बकरियों को निवाला भी बना चुका है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों को शांत कराने के बाद कालाढूंगी एसओ दिनेश महंत ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. तेंदुए के हमले में मारी गई ममता दो भाइयों योगेश और दीपक की इकलौती बहन थी। बहन की मौत के बाद दोनों भाइयों, मां रामवती, और पिता दान सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है
