हल्द्वानी किसान हमारे देश की आत्मा है और किसानों को दुखी करके देश कभी सुखी और खुशहाल नही रह सकता। केंद्र की भाजपा सरकार को यह बात समझनी होगी। किसानों की खुशहाली के बिना भारत कभी उन्नति नही कर सकता। भाजपा सरकार द्वारा लागू किया गया किसान बिल पूरी तरह से किसान विरोधी है, इससे खेती किसानी के साथ साथ इससे संबंधित व्यापार करने वाले व्यापारी, दिहाड़ी मजदूर सहित लाखो लोगो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो रहे है। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नही मिल पा रहा है ताजा उदाहरण मक्का की फसल का ले तो 1850 रुपये MSP घोषित है और किसान को मात्र 1हज़ार रुपये लगभग ही विक्रय मूल्य मिल रहा है। सरकार ने सिर्फ 28 फसलों की MSP घोषित की है जबकि 162 तरह की फसलें किसानों द्वारा पैदा की जाती है।इसके विपरीत मंडी के अस्तित्व पर भी संकट उत्पन्न हो रहा है। बिचौलियों को खत्म करने की बात करते करते सरकार ने मंडियों को खत्म करने की तैयारी कर ली है। इस नये किसान कानून से जमाखोरी बढ़ेगी जिससे महंगाई बढ़ेगी और इस महंगाई का फायदा सिर्फ कुछ बड़े व्यापारियों को होगा।सरकार को चाहिए कि वो चंद लोगो के फायदे के लिये कानून बनाना बंद करे और किसान मजदूर गरीब वर्ग के उत्थान को ध्यान मे रख कानून बनाये और देश को उन्नति के पथ पर लेकर जाये। किसान विरोधी काले कानून का कांग्रेस खुला विरोध करती है और किसान भाइयों की हर लड़ाई में राहुल गांधी जी के नेतृत्व में उनके साथ खड़ी है