


रिपोर्टर पंकज सक्सेना

हल्द्वानी :- ब्रिडकुल के प्रबंधन को पत्र भेजकर अवगत कराया कि चल्थी पुल निर्माण में लापरवाही व भ्रस्टाचार के सम्बंध में 17 जून 2020 को दिए गए पत्र के संदर्भ मे शासन स्तर पर 23 जून को मीटिंग बुलाई गई है। इसके फलस्वरूप उक्रांद केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल व उक्रांद कार्यकर्ताओं द्वारा 22 जून 2020 से ब्रिडकुल हल्द्वानी में किये जाने वाला अनिश्चितकालीन धरना न देकर सिर्फ एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया गया, यह बात आज उक्रांद के केंद्रीय महामंत्री शुशील उनियाल ने प्रेस को जारी बयान में कहा।
उनियाल ने कहा कि जनहित में बनने वाला चल्थी पुल 2017 से प्रस्तावित था , सरकार द्वारा पीडब्लूडी को बजट भी आवंटित किया गया था लेकिन पीडब्लूडी व ब्रिडकुल ने अपने कर्तव्यों का दुरुपयोग कर इतनी बड़ी लापरवाही व भ्रस्टाचार किया गया। उनियाल ने कहा कि शासन से माँग है की इस घोटाले में आरोपित ठेकेदारों , खनन व्यवसायी व सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही कर सेवाओं से बर्खास्त किया जाय व अब तक निर्माण के नाम पर हुए धन व समय की बर्बादी उनकी निजी सम्पति से वसूली जाय। अन्यथा हमे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 22 जून 2020 को हम ब्रिडकुल हल्द्वानी में कोविड19 संक्रमण से सुरक्षा नियमो का पालन करते हुए सांकेतिक धरना दिया । धरने में उक्रांद केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल, हल्द्वानी उक्रांद महानगर अध्यक्ष और पार्षद नगर निगम हल्द्वानी रवि बाल्मीकि , वार्ड अध्यक्ष 41 राकेश भट्ट और युवा तेजतर्रार नेता किशोर सिंह रावत उपस्तिथ थे।
भवदीय
सुशील उनियाल
केंद्रीय महामंत्री
उत्तराखंड क्रांति दल
