


रिपोर्टर अतुल अग्रवाल

हल्द्वानी में टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों एवं टैक्सी ड्राइवर के द्वारा अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया पदाधिकारियों ने अपनी तीन मांगें रखी हैं उनका कहना है कि यदि कोई ड्राइवर बुकिंग पर गाड़ी लेकर जाता है तो वापसी में ड्राइवर को 14 दिन क्वारंटीन किया जाता है
जिसके कारण महीने में केवल 2 दिन ही गाड़ी चलती है जिसके कारण रोजी रोटी का संकट गहरा गया है वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड पर्यटक स्थल है जहां पर टैक्सी का कारोबार कोविड 19 के चलते कारोबार 0 हो गया है लेकिन सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं कि सरकार द्वारा टैक्सी का 3 महीने का टैक्स माफ किया गया है लेकिन मार्च 2021 तक को कारोबार प्रभावित रहेगा जिसके लिए टैक्सी यूनियन वाले सरकार से मांग करते हैं कि मार्च तक का टैक्स माफ किया जाए टैक्सी मालिक सरकार किस्तों के लिए नहीं कहेगी क्योंकि किश्ते मांफ करना सरकार के हाथ में नहीं है लेकिन राज्य के फैसले सरकार के हाथ में होते हैं इसलिए राज्य सरकार से मांग करते हैं कि राज्य सरकार की टैक्स छोड़ने का फैसला तत्काल ले वहीं दूसरी ओर यह भी कहा गया कि बाहरी राज्यों से आए गाड़ियां पहाड़ों में निरंतर जा रही हैं अन्य राज्यों में इतनी सख्ती ना होने के कारण सभी गाड़ी चालक बाहरी राज्यों से शहर में आ रहे हैं यूनियन का कहना है कि शासन प्रशासन द्वारा भारी गाड़ियों को हल्द्वानी में ही रोका जाए एवं पहाड़ की यात्रा के लिए स्थानीय गाड़ी वालों को प्राथमिकता दी जाए जिससे कि छोटी छोटी गाड़ियों की किस्त भरने में आसानी हो साथी आंशिक रूप से टैक्सी कारोबार स्थानीय गाड़ी वालों को मिलना चाहिए जिससे कि वह अपनी गाड़ियों के रिश्ते भर सकें एवं परिवार का पालन पोषण कर सकें इन्हीं मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना आज टैक्सी यूनियन ने स्टैंड भोटिया पड़ाव में दिया।
