


नीलकण्ठ हॉस्पिटल में ईलाज के दौरान कोरोना संक्रमित व्यक्ति के पाये जाने पर हॉस्पिटल स्टाफ को किया कोरानटाइन
रिपोर्टर अतुल अग्रवाल
हल्द्वानी के प्रसिद्ध नीलकंठ अस्पताल में इलाज के दौरान वृद्ध की हुई मृत्यु जिसके बात जनपद की एसीएमओ डॉ रश्मि पंत ने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता में उपचार करा रहे मरीजों को सुरक्षित तरीके से उपचार कराने की है नीलकंठ हॉस्पिटल चिकित्सालय में के मुख्य चिकित्सक व मालिक डॉक्टर गौरव सिंघल मरीज में कोरोना की पुष्टि होने के बाद में उपचार करने के कारण स्वयं आइसोलेशन में जा रहे हैं

ऐसे में प्रशासन ऐसी चिकित्सालय को अच्छी तरह से सेनेटाइज करा कर यहां के रोगियों का उपचार कराने या उन्हें कोविड समर्पित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज स्थापित करने पर विचार कर रहा है बताया जा रहा है कि बुजुर्ग का 5 ,6 दिन से नीलकंठ अस्पताल में उपचार चल रहा था आज सुबह उनका निधन हो गया है उन्हें कोरोना की पुष्टि हो जिसके किसी भी मरीज के तीमारदार को ना अस्पताल में जाने की अनुमति है ना ही किसी को बाहर आने की अनुमति दी जा रही है वहीं दूसरी ओर उच्च अधिकारियों के द्वारा सरकार की गाइड आने के अनुसार कार्यवाही की जाएगी नीलकंठ अस्पताल में आईसीयू वार्ड में 8 कर्मी कार्यरत थे जिनको अस्पताल के द्वारा होम कोरन टाइन करा दिया गया है वही इलाज कर रहे डॉक्टरों को भी होम कोरन टाइन करा दिया गया है लेकिन अभी तक नीलकंठ हॉस्पिटल के मालिक गौरव सिंघल को कोरन टाइम नहीं कराया गया है
नीलकंठ हॉस्पिटल के मालिक भूपेंद्र बिष्ट आज प्रातः आइसोलेशन होने के लिए चले गए सवाल यह खड़ा होता है कि जब कोरोना पॉजिटिव वृद्ध का आईसीयू में इलाज चल रहा था उसी वार्ड में अन्य मरीज भी अपना ईलाज कराने के लिये मौजूद थे जिन से मिलने पिछले दो-तीन दिनों में तीमारदार एवम रिश्तेदार आया करते थे अस्पताल एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ऐसे व्यक्तियों की लिस्ट बनाई जा रही जो मरीज़ों से मिलने आते थे मेडिकल जांच की जाएगी वहीं दूसरी ओर हॉस्पिटल पर पुलिस का कड़ा पहरा है कोई भी व्यक्ति अब हॉस्पिटल के अन्दर प्रवेश नहीं कर सकता है अब देखना है शाशन प्रशाशन सरकार की गाइड लाइन के अनुसार नीलकंठ हॉस्पिटल पर आगे क्या कार्रवाई की करता है
