पांच पैसे के चलन से कॉटन कैंडी बेचते हैं बाबू लाल।
40 वर्षों से कालाढूंगी में आते हैं बेचने।
कालाढूंगी। ब 05 पैसे का चलन था तबसे बाबू लाल ने शुरू किया अपना कॉटन कैंडी का कारोबार। हल्द्वानी निवासी बाबू लाल विगत 40 वर्षों से कालाढूंगी में आकर बेचते हैं कॉटन कैंडी।
बच्चों के साथ ही बड़े भी पसंद करते हैं कॉटन कैंडी। यह कॉटन कैंडी क्या है इसको आम भाषा में बुढ़िया के बाल और हवा मिठाई के नाम से भी जाना जाता है। कम पैसों में अच्छा स्वरोजगार है कॉटन कैंडी।