


रिपोर्टर संजय गुप्ता


हल्द्वानी :- नगर में नगर निकाय चुनावों से पूर्व भाजपा के द्वारा ग्राम सभाओं को परिसीमन रणनीति कर नगर निगम में मिलाया गया जिससे वार्डो की संख्या लगभग 60 हो गई इससे पूर्व हल्द्वानी नगर निगम में केवल 29 वार्ड ही थे लेकीन नगर निगम इस वार्डो के हालात भी नही सुधार पाया दूसरी ओर पुनः चुनाव जीतने की मंशा से ग्राम सभाओं को नगर निगम में मिला कर ग्राम सभाओं के विकास कार्यो पर ग्रहण लगाने का किया गया कार्य नगर निकाय चुनाव बीते हुए लगभग ढाई वर्ष होने को है लेकिन इसके बावजूद भी नगर निगम द्वारा नए वार्ड जो बनाए गए थे

वहां के हालात आज भी बद से बदतर होते जा रहे हैं नहीं है बागों में सत्य प्रकाश की कोई व्यवस्था वादों में नहीं है नालियां नव निर्वाचित वार्ड में टूटी पड़ी है सड़कें कूड़े के लगे हैं ढेर जहां एक और मोदी के द्वारा स्वच्छ भारत अभियान बहुत ही जोर शोर के साथ चलाया गया था वहीं दूसरी ओर नगर निगम के नए वालों को देख कर लगता है जैसे मिशन स्वच्छता अभियान केवल एक मात्र दिखावा था आज भी नए वार्डों में नहीं है नगर निगम के द्वारा कूड़ा उठाने की उचित व्यवस्था नए वार्ड में नहीं बनाई गई हैं जल निकासी के लिए नालियां आम जनता गड्ढों में चलने को है मजबूर फिर भी नहीं बनाई गई है सड़कें वहीं दूसरी ओर रात में नहीं है कोई पथ प्रकाश की व्यवस्था नगर निगम के नये वार्डो में छाया रहता है अन्धकार अक्सर घर जाते वक्त अन्धेरे में रहता है भय का मौहोल नही होती है कोई सुनवाई वही वार्ड की जनता का यह भी कहना अतिआवश्यक है नये वार्ड जैसे डहरिया में वार्ड 54 एव 55 की गलियों के बहुत ही बुरे हालातो को देख यही सवाल मन मे उठता है यदि नगर निगम को नये वार्डो में विकास के काम ही नही करने थे तो परिसीमन ही क्यों किया गया I

वही देखने को कही कही पथ प्रकाश के लिए लाइट लगाई गई थी आज वो बन्द पड़ी है
ग्राम सभा के विकास कार्यो पर ग्रहण क्यो लगाया गया हैं
इसका जिम्मेदार कौन है ।
