



संपादक मुस्तजर फारूकी
कालाढूंगी बंदरों के आतंक से नगररवासी परेशान हैं। बंदर काटकर घायल करने से लेकर जानलेवा साबित हो रहे हैं। हर दिन कभी बच्चा तो कभी कोई बुुजुर्ग उनके काटने का शिकार हो रहा है। घरों तक बंदरों आतंक है। लोग कई बार नगर पंचायत व वन विभाग से बंदर पकड़ने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी इस अंधविश्वास में फंसे हुए हैं कि बंदर पकड़ने का टेंडर जारी करने से उनकी नौकरी खतरे में पड़ सकती है, क्योंकि बंदर पकड़ने से भगवान हनुमान नाराज हो जाते हैं। इस बारे में कोई अधिकारी संतुष्ट जवाब नहीं दे रहे हैं। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। शुक्रवार को वार्ड 2 में सुबह बंदरो के झुंड ने निर्मला कनवाल के आंगन में हमला बोल दिया जानबचाकर भाग रही कनवाल को बंदरों झप्पटा मार डाला और काट कर घायल कर दिया। जिसके बाद परिजनों व वार्ड सभासद कविता बलिया उन्हें कालाढूंगी समुयदिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँच कर रेविज इंजेक्शन लगाया गया। जहाँ अस्पताल में 6 माह से टेटनिश का इंजेक्शन न होने पर सभासद हरीश मेहरा व डॉक्टरों के बीच कहा सुनी हो गई मामला बढ़ता देख दर्जनों की संख्या में महिलाओं ने घेराव कर टेटनस इंजेक्शन उपलब्ध कराने की मांग पर अड़ गए जिसके बाद डाक्टरो ने अपने महिला डोमेट्री से इंजेक्शन उपलब्ध कराकर तब घायल को इंजेक्शन दिया गया। उसके बाद घायल हुई महिला कनवाल ने अपने सभासद कविता बलिया के साथ दर्जनों महिलाओं के साथ नगर पंचायत पहुँचकर बंदरो के आतंक से निजाद दिलाए जाने की मांग को लेकर इओ प्रतिभा कोहली को ज्ञापन देकर बंदरों को पिंजरा लगाकर पकड़ने की मांग की है। वार्ड के लोगो का आरोप है कि
बंदरों ने नगर के हर एक प्रत्येक वार्ड में उत्पाच मचा रखा है। इतना ही नही नगर में बंदरों की भरमार बहुत ज्यादा है। एक अनुमान के मुताबिक नगर में लगभग 2 हज़ार बंदर हैं। हर दिन किसी किसी वार्डो में बंदर किसी किसी को घायल कर देते हैं। बंदरों के डर की वजह से लोगों को अपने बच्चों तक को घरों में ही कैद करके रखना पड़ता है। छत पर किसी तरह का कोई सामान छूटने पर बंदर उसको उठा ले जाते है। वार्ड की कई कॉलोनियां ऐसी हैं, जहां हर वक्त वो बंदर घूमते रहते हैं। वार्ड 4 अस्पताल व 5 वार्ड में हर रोज बच्चों महिलाओं पर झपट रहे है।
बंदर के काटने के केस कुत्ते के काटने से ज्यादा आ रहे हैं। समुयदिक स्वास्थ्य केंद्र में हर हफ्ते ऐसे एक दो केस आ रहे है बावजूद इसके प्रशासन बंदर पकड़ने का टेंडर नहीं निकाल रहा है। इस दौरान साभासद हरीश मेहरा संजू बलिया, मुन्नी, दीपा, गीता, राधा, राजेन्द्र सिंह कनवाल, व्रजेश शाह, कृपाल सिंह, कैलाश गिरी, तस्लीम अहमद,तारा मावड़ी,कविता अधिकारी, कविता खत्री, सोनी, कुष्म खाती, आदि दर्जनों महिला मौजूद थी।


बंदर वाहनों को भी काफी नुकसान पहुंचाते हैं। रसोई में घुसकर सामान उठाकर ले जाते हैं। छत पर सूख रहे कपड़ों को फाड़ देते हैं। गाड़ी पर छलांग लगाते हैं। कई बार गाड़ी के शीशे भी तोड़ देते है।
सभासद वार्ड 7 हरीश मेहरा
मीटिंग में मुद्दा पास कराकर लगाएंगे टेंडर
जल्द बंदरों को पकड़ने का टेंडर लगाया जाएगा। बोर्ड की मीटिंग में ये मुद्दा जल्द पास कराया जाएगा और बंदर पकड़े जाएंगे। बंदरों की शिकायतें उन्हें मिल रही हैं।
इओप्रतिभा कोहली
