संवाददाता मुस्तज़र फारूकी
कालाढूंगी। कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए बुधवार से लागू हुई सरकारी गाइडलाइन की स्थिति साफ न होने से पहले ही दिन बार खुले दिखे जबकि बाजार बंद करा दिया गया और तो और शराब की दुकानें खुली दिखी सब्जी की दुकानें बंद। व्यापारी यह भी कहते दिखे जब बाजार 02 बजे ही बंद करा दिया गया तो शाम 07 बजे वाली गाइडलाइन किसके लिए है। नई गाइडलाइन के अनुसार आवश्यक/अनावश्यक की स्तिथि साफ किये बिना ही पुलिस और प्रशासन द्वारा मेडिकल और डेयरी को छोड़कर सारी दुकानें बंद करा दी गईं। देर सांय तक पुलिस व स्थानीय प्रशासन स्तिथि को साफ नहीं कर सका।एक तरफ नई गाइडलाइन में शराब की दुकानों का कोई जिक्र न होते हुए भी देशी व अंग्रेजी दोनों दुकान खुली रहीं और बार एवं रेस्टोरेंट को 50 प्रतिशत की क्षमता में खुले रखने का जिक्र होते हुए भी जहां रेस्टोरेंट बंद करा दिए गए वहीं बार यथावत खुला रहा। व्यापारियों का कहना है कि रविवार को पूर्ण बंदी सहित प्रतिदिन सांय 07 बजे से बंदी और अब प्रतिदिन दोपहर 02 बजे से बंदी तो आखिर दोपहर 02 बजे बंद होने और खुलने वाली दुजानों की स्तिथि से प्रशासन ने व्यापारियों को अवगत कराना चाहिए। क्योंकि ऐसे में जहां माध्यम वर्ग के व्यापारियों को नुकसान हो रहा है तो वहीं फल और सब्जी का ठेला व फड़ लगाकर रोजी रोटी का साधन जुटाने वाले परेशान हैं यह कच्चा माल होता है और ऐसे में इन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बंदी की स्तिथि साफ करे प्रशासन।
कालाढूंगी। कोरोना की चेन तोड़ने और लॉकडाउन से बचाने के लिए सख्ती जरूरी है लेकिन गाइडलाइन कि स्तिथि साफ न होने से व्यापारी परेशान हैं। इधर प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष मयंक मेहरा, देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष पुष्कर खनायत व संजय बुधलाकोटी एवं सभासद हरीश मेहरा ने सरकार की गाइडलाइन का स्वागत और समर्थन करते हुए दोपहर 02 बजे बंदी की स्तिथि साफ करने की प्रशासन से मांग की है।
पहले ही दिन कालाबाजारी शुरू।
कालाढूंगी। लगता है कुछ व्यापारी लॉकडाउन लगवाने की मंशा पाले हुए हैं। पहले ही आधे दिन की बंदी पर ही कालाढूंगी में कालाबाजारी शुरू हो गयी। विगत वर्ष 05 का गुटखा 30 तक बेच दिया गया तो बुधवार को फिर से गुटखे और सिगरेट की कीमत बढ़ा दी गयी।