


रिपोर्टर अतुल अग्रवाल

हल्द्वानी :- के तिकोनिया स्थित चौराहे पर एआईसीसी सदस्य एवं सीनियर कांग्रेस लीडर सुमित हृदेश के द्वारा लॉक डाउन का पूर्णयता पालन करते हुये अकेले ही राज्य सरकार के तुगलकी फरमान के खिलाफ बीच सड़क में बैठे सांकेतिक धरने पर सुमित हृदेश का कहना है कि जहां एक और प्रदेश की जनता कोरोना महामारी से त्रस्त है वही हमारे प्रदेश के मुखिया के द्वारा शराब की दुकान खोल दी गई हैं कारोबार सारे बंद कर रखे हैं यह राम राज्य की सरकार को जनता 2022 में जवाब देगी क्या यही है
रामराज्य आम जनता को नहीं मिल रही रोटी नहीं मिल रहा रोजगार ,कारोबार लेकिन 2 दिन के लॉकडाउन में प्रदेश के मुखिया के द्वारा सारे प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए हैं वही शराब की दुकान खोल दी गई हैं क्या दिखाना चाहती है त्रिवेन्द्र सरकार क्या यही रामराज्य है भारतीय जनता पार्टी का कि जहां एक ओर प्रदेश की जनता वैश्चिक महामारी कोरोना संक्रमण से जूझ रही है लोगों पर कारोबार नहीं है बेरोजगारी चरम पर है गरीब आदमी भूखा मर रहा है वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा 2 दिन का लॉक डाउन की घोषणा की गई है जिसके तहत संपूर्ण व्यावासिक प्रतिष्ठानों को बंद किया गया है वहीं दूसरी ओर मुखिया के द्वारा राजस्व का बहाना करके शराब की दुकानें खोली गई हैं सुमित हृदेश का कहना है कि प्रदेश की जनता को रोजगार रोजी-रोटी जो दे नहीं सकती सरकार वह शराब बेचने में लगी है वहीं दूसरी ओर सुमित का कहना है कि जो सरकार के द्वारा 20 लाख करोड़ का पैकेज घोषणा की गई थी कहां है वह पैकेज का पैसा एक और जहां व्यापारियों की कमर टूट गई है युवाओं पर रोजगार नहीं है प्रदेश की जनता के पास रोटी खाने को पैसे नहीं हैं भाई दूसरे और सरकार के द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं लेकिन धरातल पर पूरी तरह प्रदेश सरकार विफल हो चुकी है सुमित का कहना है कि सरकार के द्वारा तुगलकी फरमान का वह घोर विरोध करते हैं साथ ही सुमित हृदेश के द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया गया सुमित ने कहा कि आज जो प्रदेश सरकार तानाशाही रवैया जनता पर थोप रहा है आने वाले आगामी चुनावों में प्रदेश की जनता अपने वोट की ताकत से इस सरकार को प्रदेश और देश से उखाड़ सकेगी।
