


रिपोर्टर अतुल अग्रवाल

ममता एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा ब्लड डोनेशन कैम्प में 40 यूनिट ब्लड डोनेट किया….
हल्द्वानी :- ममता एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा मुखानी ब्लड बैंक। मैं एक दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन, किया, गया। शिविर में मुख्यतः युवाओं, ने, प्रतिभाग किया। संस्था के अध्यक्ष, ममता बिष्ट ने बताया यह शिविर का आयोजन, मुख्यत : करोना पेशेंट के, लिए, किया, गया, है इस संकट काल, की, घड़ी, में, ब्लड की, कमी होने, की, वजह, से पेशेंट को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है
वही प्रकाश सिंह मेहता के द्वारा बताया गया कि ब्लड डोनेशन एक बहुत ही सकारात्मक कदम है जो कोरोना संक्रमण के चलते इस वक्त ब्लड डोनेट भी काफी मुश्किल से मिल पा रहे हैं लॉक डाउन एवं अन्य कारणों से ब्लड डोनेट नहीं मिल रहे हैं महामारी डेंगू को देखते हुए ब्लड की काफी मात्रा में आवश्यकता पड़ती है प्रकाश मेहता का कहना है कि यह संस्था ने वर्ष 2019 में सरकारी हॉस्पिटल में ब्लड डोनेट कैंप लगाया था
लेकिन संस्था के द्वारा वर्ष 2020 में हमारे यहां ब्लड डोनेशन कैंप लगाया गया है प्रकाश मेहता का कहना है कि युवाओं द्वारा जो ब्लड डोनेट किया जाता है यह दूरस्थ इलाकों एवं पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के लिए वरदान साबित होता है प्रकाश मेहता का कहना है कि वर्ष 2019 में डेंगू के प्रकोप से बहुत लोगों को ब्लड की आवश्यकता पड़ी थी प्रकाश मेहता का बताना है कि बालकृष्ण देवकी जोशी चेरिटेबल ब्लड बैंक एक कंपोनेंट ब्लड बैंक है जो कि पूर्ण रूप से सक्षम है यहां पर हमारे पास करीबन 800 यूनिट से 900 ब्लड यूनिट रखने की सुविधा उपलब्ध है प्लेटलेट रखने की क्षमता है प्रकाश मेहता का कहना है कि हम चाहते हैं सभी भागीदारी का ब्लड डोनेट करें क्योंकि डेंगू की महामारी के समय ब्लड प्लेनेट्स की काफी आवश्यकता होती है हमको इस मुहिम में बढ़-चढ़कर भागीदारी करनी चाहिए पहले से ही ब्लड की तैयारी की जा रही है ब्लड बैंक में मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है भाई प्रकाश मेहता के द्वारा हमको वह स्थान दिखाया गया जहां पर ब्लड यूनिट रखे जाते हैं यह एक पूर्णता सुरक्षित स्थान बनाया गया है जहां पर अत्याधुनिक मशीनों के अंदर ब्लड यूनिट रखे जाते हैं वही एक मशीन दिखाई जिसमें प्लेनेट तैयार किए जाते हैं प्रकाश मेहता ने बताया कि इस मशीन को निरन्तर चलाया जाता है जिससे ब्लड से प्लैनेट्स तैयार किये जाते हैं उस मशीन में एक सिस्टम होता है जिसके द्वारा ब्लड को निरंतर चलाना अति आवश्यक होता है यह इसके लिए बहुत ही उपयोगी साबित होता है प्रकाश मेहता का बताना है कि हमारे ब्लड बैंक में एक मशीन है जिसको ज़ब्बो कहा जाता है ज़ब्बो मशीन का काम होता है कई व्यक्ति का ब्लड ना लेकर एक ही व्यक्ति का ब्लड लेने के बाद उसको प्लैनेट्स में तब्दील कर दूसरे व्यक्ति को ब्लड चढ़ा दिया जाता है जिसमे प्लेनेट्स 30 हज़ार से 40 हज़ार होती है वही प्रकाश मेहता के द्वारा बताया गया कि जो ब्लड यूनिट हमारे पास होते हैं उनको हम 1 साल तक फ्रिजर करके रख सकते हैं इसके लिए हमारे पास एक अत्याधुनिक मशीन होती है इसमें ब्लड की लाइफ1 साल तक सुरक्षित रहती है एक दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन किया है संस्था के सचिव नेहा बिस्ट ने बताया कि रक्तदान में सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य नियमों का पूर्णता पालन किया गया! शिविर मे चालीस यूनिट ब्लड हुआ डाॅक्टर प्रकाश मेहता जी श्री योगेश जोशी जी और संस्था के सदस्य बबिता कांडपाल , पूजा नेगी। धन सिंह बिष्ट, कंचना पंत, मीनाक्षी कबडाल अंजू बढ़ाली डिम्पल पांडेय जसबिंदर भसीन राहुल सोनकर व अन्य लोग मौजूद रहे।
