


रिपोर्टर राजेह रस्तोगी व केमरामेन एडविन ब्रोड

2 महिलाओं को निवाला बनाने वाला गुलदार हुआ नरभक्षी घोषित तत्काल लगाए गए पिंजरे
हल्द्वानी :- के काठगोदाम से है। दो महिलाओं को निवाला बनाने वाला गुलदार नरभक्षी घोषित होते ही, वन विभाग दिखा मुस्तैद, आज शिकारियों की टीम पहुंची ।
काठगोदाम गौला बैराज , जंगल में डाला अपना डेरा काठगोदाम क्षेत्र में गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया गया है । तथा राज्य के दो नामी शिकारी बिपिन चंद्र और हरीश धामी क्षेत्र में पहुंच चुके हैं। वन विभाग की टीम शिकारियों के साथ क्षेत्र में मुस्तैदी से गश्त में जुट गई है। घटनास्थल के आसपास आधा दर्जन ट्रैप कैमरे तथा चार पिंजरे लगाए गए हैं , गुलदार के प्रत्येक मूवमेंट को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही क्षेत्रवासियों को गुलदार के आतंक से निजात मिल सके
गौरतलब है कि उक्त गुलदार पिछले एक पखवाड़े के भीतर 2 महिलाओं को निवाला बना चुका है। जिसके चलते क्षेत्र में दहशत के साथ ही ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
काठगोदाम बैराज से सटे रामनगर वन प्रभाग और नैनीताल वन प्रभाग के सीमावर्ती एरिया में आदमखोर गुलदार दो महिलाओं को निवाला बना चुका है। एक घटना कल शनिवार की सुबह मनोरा रेंज के रानी बाग कंपार्टमेंट नंबर आठ में घटित हुई , काठगोदाम निवासी महिला पुष्पा सांगुडी सुबह जंगल में मवेशियों के लिए चारा लेने गई थी कि इसी बीच आदमखोर गुलदार ने हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इससे एक पखवाड़े पूर्व निकटवर्ती क्षेत्र में गुलदार द्वारा मंदिर जा रही महिला भगवती देवी को मौत के घाट उतारा जा चुका है।
क्षेत्र में गुलदार के बढ़ते मूवमेंट से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश बना हुआ है , ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार के आंतक के चलते उनका घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो चुका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया गया है।
इस बाबत जानकारी लेने पर वन क्षेत्राधिकारी बीएस मेहता ने बताया कि क्षेत्र में चार पिंजरे लगाए गए हैं आधा दर्जन ट्रैप कैमरे भी लगाए गए हैं उन्होंने बताया शिकारी विपिन चंद्रा यहां पहुंच चुके हैं सोमवार को दूसरे शिकारी हरीश धामी भी पहुंचने वाले हैं इसके अलावा ट्रेंकुलाइज टीम के साथ वन विभाग प्रभावित क्षेत्र में नियमित गश्त कर रही है , जिससे क्षेत्र की जनता को काफी हद तक सुकून मिला है जिसके चलते वन विभाग दिख रहा है मुस्तैद अब देखना यह है कि कब तक आदमखोर शेर पिंजरे के अंदर होगा और जनता को मिलेगा छुटकारा आप देख रहे हैं।
