कालाढूंगी रमज़ान मुकद्दस का मंगलवार की शाम से आगाज हो गया है बुधबार की सुबह 4 बजे से छोटे बच्चे व बड़े लोग सेहरी खाकर रोजा रखेंगे। पेहला रोजा करीब 16 घण्टे का होगा रहमत, मगफिरत के साथ जहन्नुम से आजादी दिलाने वाले मुकद्दस महीने रमजान का मंगलवार की शाम ईशा की नमाज़ व तरहावी से आगाज हो गया है। रमजान का महीना बेशुमार बरकतों वाला है। इस मुकद्दस महीने के तीन अशरे (हिस्से) होते हैं। इनमें रोजेदार पर अल्लाहतआला की रहमत बरसती है। गुनाह माफ हो जाते हैं। जहनुन्न से आजादी मिलती है। अल्लाह के नेक बंदे इस महीने में इबादत करते हुए खुद को जन्नत का हकदार बना लेते हैं। माह-ए-रमजान का पहला अशरा रहमत का होता है। दूसरा अशरा मगफिरत का है। अंतिम और तीसरा अशरा जहन्नुम से आजादी का होता है। पहले दस दिन रहमत के अशरे में शामिल हैं। मुसलमानों को रोजा रखने के साथ तिलावत-ए-कलाम पाक और तरावीह की नमाज भी पाबंदी के साथ मुकम्मल करनी चाहिए। दूसरा अशरा मगफिरत का है। इस अशरे में अल्लाह मरहूमों की मगफिरत फरमाते हैं। रोजेदारों को उनके गुनाहों से आजाद करते हैं। तीसरा अशरा जहन्नुम से आजादी का होता है। तीसरे अशरे में अल्लाह अपने बंदों को जहन्नुम से निजात देते हैं। मुकद्दस महीने में मुसलमानों को रोजा रखने के साथ पांचों वक्त की नमाज व तरावीह पढ़नी चाहिए। इधर बुधबार से रमज़ान को देखते हुए वार्ड चार के सभासद पति मुस्तज़र फारूकी ने नगर पंचायत के ईओ कोहली से पूरे नगर में माहे मुकद्दस रमजान का शुरू होते ही बिजली, पानी और सफाई की व्यवस्था दुरुस्त कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि रहमतों और बरकतों के इस महीने में रोजेदार रोजा इफ्तार, सहरी और तरावीह एहतमाम करते हैं। इन पाक बरक़त बाले महीने में सभी मस्जिदों के आसपास पड़ी गंदगी हटवाने व खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटें भी ठीक कराने की मांग की है। उन्होंने पूरे नगर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए नगर पंचायत के ईओ को मौखिक बताते हुए वार्डो में गंदगी व पीने के पानी की किल्लत को दूर करने की बात कही उन्होंने कहा कि जुमे (शुक्रवार) के दिन सभी मस्जिदों के पास सफाई, चूने का छिड़काव और नगर में सेनिटाइजर व मच्छर मार दवा का छिड़काव कराया जाए। इसमें जामा मस्जिद और वार्ड चार में पड़ने बाली मोती मस्जिद व मदीना मस्जिद का खास ध्यान रखा जाने की बात कही