राजकीय मेडिकल कॉलेज के छात्रों के द्वारा बढ़ाई गए शुल्क को लेकर नेता प्रतिपक्ष को सौंपा ज्ञापन
रिपोर्टर अतुल अग्रवाल
हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष डॉ इन्दिरा हृदेश के आवास पर पहुंचे राजकीय मेडिकल कॉलेज के छात्र छात्रों का कहना है कि वर्ष 2019 से राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी से सरकार द्वारा बॉन्ड सर्विस की सुविधा हटा दी गई थी एवं यहां पढ़ने वाले सभी छात्र छात्राओं को प्रत्येक वर्ष ₹4,26, 500 शिक्षा शुल्क का भुगतान करना पड़ रहा है अत्यधिक धनराशि को हर वर्ष एक मध्यमवर्ग गरीब परिवार के लिए दे पाना संभव नहीं है एक और जहां प्रदेश में डॉक्टरों की कमी का सामना सरकारों को करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर प्रदेश की भाजपा सरकार के द्वारा मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों की फीस में बेतहाशा वृद्धि कर आने वाले समय में डॉक्टरों की कमी को बढ़ाने की ओर इशारा करता है छात्रों का कहना है कि प्रदेश सरकार मेडिकल कॉलेज के छात्र छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है एक मध्यमवर्गीय परिवार इतनी बेतहाशा पीस कहां से लाए वहीं छात्रों का कहना है कि यदि किसी मध्यमवर्गीय या गरीब परिवार के बच्चे में काबिलियत है और वह डॉक्टर बनना चाहता है लेकिन वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार के द्वारा मेडिकल कॉलेज की बेतहाशा फीस वृद्धि को देखते हुए एक मध्यमवर्गीय एक गरीब परिवार का बच्चा डॉक्टर कैसे बनेगा मेडिकल छात्रों के इसी बात को लेकर आज नेता प्रतिपक्ष को एक ज्ञापन सौंपा गया छात्रों का कहना है

कि वर्ष 2019 में बड़ी कठनाई से एडमिशन कराया था एवं हमने अपनी मेहनत से यह धनराशि अर्जित बड़ी कठिनाई से एडमिशन लिया था की कही हमको इस सीट से हाथ न धोना पडे परंतु अब इतनी बड़ी धनराशि को देने में असमर्थ है राजकीय मेडिकल कॉलेज की अत्याधिक फीस शुल्क होने के कारण उत्तराखंड राज्य का गरीब एवं मध्यम वर्गीय बच्चा कभी भविष्य में डॉक्टर नहीं बन सकता है छात्रों का कहना है कि क्या उत्तराखंड में सिर्फ अमीरों को ही डॉक्टर बनने का अधिकार है राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी एवं राजकीय दून मेडिकल कॉलेज का शिक्षण शुल्क ₹4,26,500 से कम 7000 प्रति वर्ष करने के लिए आज छात्रों के द्वारा नेता प्रतिपक्ष को एक ज्ञापन सौंपा गया मेडिकल छात्रों का कहना है कि आज हमारे द्वारा अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए नेता प्रतिपक्ष ओक एक ज्ञापन सौंपा
