कालाढूंगी कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए नगर में 2 बजे के बाद लगाए गए लॉकडाउन में सड़कों पर सन्नाटा रहा। सुबह से 2 बजे तक दुकानों पर भी दुकानदार के अलावा ग्राहक नहीं दिखे। हमेशा गुलजार रहने वाली नगर की मुख्य मार्किट भी सुनसान रही। कोरोना महामारी की दूसरी लहर पूरे देश में कहर बरपा रही है। प्रदेश में रोजाना सैकड़ों लोग संक्रमित मिल रहे हैं, वहीं दर्जनों लोग अनायास ही काल के गाल में समा जा रहे हैं। जिले में भी कोरोना संक्रमण की गति काफी तेज है। जिले में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित हल्द्वानी, रामनगर, लालकुआं, में ही मिल रहे हैं। रोजाना कोरोना संक्रमितों की आने वाली रिपोर्ट में सबसे ज्यादा संख्या इन तीन नगर के लोगों की ही होती है। इस भय से अब लोग घरों से निकलना बंद कर चुके हैं। भले ही सरकार ने सप्ताह के अंत में एक दिन बंदी का आदेश दिया हो, परंतु लोग यह संकल्प कर चुके हैं कि जब तक कोरोना नहीं जाएगा, वे बहुत जरूरी रहने पर ही घर से बाहर निकलेंगे। सोमवार की शाम आठ बजे से 3 मई तक जिले के कई शहरों में पूरी तरह ताला बंदी की गई है। इधर शादियों का सीजन अप्रैल के तीसरे सप्ताह से शुरू हो गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण एक बार फिर शादियों में अब न तो पहले जैसी रौनक दिखेगी और न ही शादी से जुड़े कारोबारियों के लिए कमाई। ऐसे में वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े लोग काफी परेशान हैं। बुकिंग न होने से बैंड बाजा, घोड़ी बग्गी और डीजे संचालकों के चेहरे उतरे हुए हैं। अभी तक 10 प्रतिशत भी बुकिंग नहीं हुई है। बैंड बाजा कारोबारियों के मुताबिक जिन लोगों ने जनवरी-फरवरी में बुकिंग करवाई थी। बदली परिस्थतियों के कारण कई लोगों ने आर्डर कैंसिल भी करवा दिए हैं। ऐसे में अपना खर्च निकालना भी दूभर हो गया है। नगर में 2 बजे तक बाजार तो खुला पर उसकी रौनक गायब रही। दुकानों पर दुकानदार के अलावा ग्राहक नहीं दिखे। लगन होने के चलते साड़ी और पर्चून की दुुकानों पर ही एकाध लोग दिखे। सड़कों से लेकर गलियों तक सन्नाटा रहा। कभी सुबह और शाम को गुलजार रहने वाली नगर की मेन मार्किट एकदम सुनसान दिखी। आधे से ज्यादा दुकानदार भी गायब थे।