


रिपोर्टर रवि गोपाल बरगली

उत्तराखंड 21 जून को होने वाले वलयाकार सूर्य ग्रहण को उत्तर भारत से देखा जा सकता है। नैनीताल स्थित एरीज (आर्यभट्ट प्रेषण विज्ञान) इस घटना का सोशल मीडिया और वीडियो कॉन्फेरेंस के माध्यम से सीधा प्रसारण करेगा। एरीज निदेशक ने बताया कि वलयाकार सूर्य ग्रहण को अफ्रीका, एशिया और यूरोप के साथ भारत के उत्तरी भागो से देखा जा सकता।
आपको बता दे कि सूर्य ग्रहण उस समय होता है जब चंद्रमा, सूर्य को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक लेता है, जिससे वलयाकार या पूर्ण सूर्य ग्रहण की घटना दृष्टिगत होती है।
एरीज के निदेशक दीपांकर बनर्जी ने बताया कि वलयाकार सूर्य ग्रहण एक ऐसी भूगोलिक घटना है जो एक जगह में हर 300 वर्ष में आती है। बताया कि सूर्य ग्रहण की इस घटना को जनता तक पहुचाना कहते है जिससे लोग जागरूक बन सके और इस घटना का क्या प्रभाव आम जीवन मे पड़ता है उसे भी लोगो तक पहुचाना है। निदेशक ने बताया कि एरीज संस्था इस भूगोलिक घटना का सोशल मीडिया के माध्यम से सीधा प्रसारण भी करेगी। निदेशक ने जनता के लिए संदेश देते हुए बताया कि सूर्य ग्रहण को ना ही सीधे कोरी आंखों से और एक्स रे फ़िल्म या साधारण चश्मे से नही देखना चाहिए।
