


रिपोर्टर अतुल अग्रवाल
हल्द्वानी के वार्ड नंबर 12 गली नंबर 3 राजपुरा में एआईसीसी सदस्य एवं सीनियर कांग्रेस लीडर सुमित हृदेश के द्वारा कंटेनमेंट जोन के खिलाफ सांकेतिक धरना प्रदर्शन सोशल डिस्टेंस का नियमों का पालन करते हुए किया गया धरने के दौरान सुमित हृदेश के द्वारा शासन प्रशासन एवं पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई वही सुमित का कहना है कि कंटेटनमेंट जोन में जो व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया था मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार वह व्यक्ति संक्रमित नहीं था वहीं दूसरी ओर सुमित का कहना है कि सरकार प्रशासन एवं शासन के द्वारा आम जनता को अपने ही इलाके में कैदियों की तरह कैद कर दिया गया है क्या गुनाह किया है


जनता ने जिसको अपना ही घरों में शासन प्रशासन के तानाशाही रवैए के चलते कैदी बना कर छोड़ दिया गया है वही समिति का कहना है कि कंटेटनमेंट जोन के आम जनता को शासन प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की जैसे राशन , दूध , सब्ज़ी दवाइयां सुविधाएं प्रदान नहीं की जा रही हैं सुमित का कहना है कि हमारे द्वारा एवं वार्ड की पार्षद राधा आर्या के द्वारा कंटेटनमेंट जोन के जनता को राशन वितरण किया गया था उसके बावजूद भी शासन-प्रशासन कुंभकरण की नींद सोया हुआ है वही सुमित का कहना है कि कंटेटनमेंट जोन में ज्यादातर वही लोग रहते हैं जो कि दिहाड़ी मजदूरी व अन्य निजी संस्थानों में नौकरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं अभी रक्षाबंधन एवं ईद का त्यौहार होने के बावजूद भी शासन प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा राजपुरा गली नंबर 3 की जनता को कैदियों की तरह घरों में कैद कर दिया गया है जिसके खिलाफ सुमित वार्ड की पार्षद राधा आर्या, हेमंत साहू एवं अन्य लोगों ने शासन प्रशासन के खिलाफ संकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया जिसके बाद शासन प्रशासन जागा तत्काल ही राजपुरा गली नंबर 3 के कंटेंटमेंट ज़ोन खोलने के आदेश पारित किए गए पुलिस द्वारा सुमित को बताया गया कि आप धरना समाप्त करें कंटेटनमेंट जोन हटा दिया गया है वहीं सुमित का कहना है कि पहले हम को लिखित आदेश दिखाइए यदि आपने 1 घंटे के बाद कंटेटनमेंट जोन समाप्त नहीं किया हम फिर से आकर यहीं पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार पुलिस प्रशासन की होगी कंटेटनमेंट जोन खुलने के बाद गली नंबर 3 के सभी निवासियों ने सुमित हृद्देश का आभार व्यक्त किया एवं सुमित हृदेश जिंदाबाद के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया।
