

अफगानिस्तान के 34 पिरांतों में से 25 प्रांतों पर तालिबान का कब्ज़ा,हर तरफ मौत का मंज़र,बिना सामान घर छोड़ने को हुए मजबूर
संपादक ज़ाकिर अंसारी
अफगानिस्तान में आपको बताते चलें हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। हर तरफ ऐसा मालूम हो रहा है जैसे मौत का मंजर सामने खड़ा है। बताया जा रहा है तालिबान ने अफगानिस्तान के 34 पिरांतों में से 25 प्रांतों पर अपना कब्जा कर लिया है।
आपको बताते चलें तालिबान लड़ाके 15 अगस्त 2021 को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में घुस गए थे और राष्ट्रपति भवन को कब्जे में ले लिया था इसी के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी समेत कई बड़े नेताओं ने देश छोड़ दिया जिसके बाद से हम लोगों की अपनी मौत का डर सताने लगा वह कैसे भी करके देख छोड़ना चाहते हैं
कल हजारों की संख्या में आप लोग का वह छोड़ कर दूसरे देश जाने की कोशिश कर रहे थे किसी भी एयरपोर्ट पर आज तक ऐसा नजारा नहीं देखा गया ऐसा कल काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर देखा गया था नागरिक देश छोड़ने के लिए मजबूर हो गए विमान छत पर चढ़ने को मजबूर देखे गए। तो कुछ लोग दरवाजा पकड़कर तो कुछ लोग प्लेन के पहियों के साथ दौड़ते नजर आ रहे थे।तालिबानी कब्जे के बाद से स्थिति भयावह बनी हुई है।
लोग बिना सामान लिए ही देश छोड़कर भाग रहे हैं। उधर काबुल एयरपोर्ट पर भी भारी भीड़ जमा हो गई है। जिसके कारण वहां भगदड़ की स्थिति बन गई है। भीड़ को काबू करने के लिए अमेरिकी सैनिकों को बीच-बीच में हवाई फायरिंग करनी पड़ रही है। उधर, रूस की आरआईए न्यूज एजेंसी ने सोमवार को अपने दूतावास के हवाले से बताया कि पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी देश से भागते समय अपने साथ चार कारें और हेलिकॉप्टर में कैश भरकर ले गए हैं।
दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान में हालात को लेकर आपातकाली बैठक बुलाई है।
चीन ने जताई तालिबान से सकारात्मक उम्मीद
अफगानिस्तान में हालात को लेकर बुलाई गई यूएनएससी की आपात बैठक में संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि गेंग शुआंग ने कहा कि पिछले 20 साल से इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा जैसे आतंकी संगठन अफगानिस्तान में जमा होते रहे हैं,और बढ़ते रहे हैं। इसने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और शांति के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न किया है।



























