कालाढूंगी उत्तराखंड में तीन दिन से हुई लागतार बरसात एक बार फिर से तबाही का मंजर लेकर अपने साथ आई है। बीते तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। पहाड़ी बरसाती नदियों में पानी बढ़ गया है। नतीजतन कालाढूंगी के आसपास के करीब आधा दर्जन से ज्यादा अधिक बरसाती पहाड़ी नदियों में बाढ़ आ गई है। इस बार बरसाती पहाड़ी नालो का अपना रुख नालो के सटे रह रहे लोगो को मुसीबत में डाल दिया है । जिसकी वजह से भारी तबाही का मंजर दिख रहा है।
जानकार बताते हैं कि सन 2013 में एक बार ऐसा मंजर देखने को मिला था बीते उसके बाद से आज तक ऐसी बाढ़ नहीं देखी है। कालाढुंगी के आसपास के गांव में कई घरों में पहली बार बाढ़ का पानी घुसा है। जिसकी वजह से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त तो हुआ ही बल्कि काफी नुकसान भी हुआ है। जबकि भारी बारिश से उत्तराखंड के कई मार्ग पुल सड़कें ध्वस्त हुई है पहाड़ी बरसाती नदियां ऐसी उफनाई हैं कि आधा दर्जन सड़कों पर आवागमन बाधित हो गया है। इसके जद में कई क्षेत्र के अनेक गांव आ चुके हैं। जिससे चारो और त्राहिमाम है। इधर बाढ़ की चपेट में आने से इस बार तकरीबन आधा दर्जन से अधिक सड़कें ध्वस्त हो गई हैं। उत्तराखंड के कई गांव का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। हालांकि मंगलवार की रात में अधिक बारिश नहीं होने की वजह से बाढ़ का पानी सड़कों से तो उतर गया। अभी भी लोगों को बाढ़ का भय लगातार सता रहा है।