कागज पूरे होने के बावजूद आखिरकार क्यों काटा गया चालान
हल्द्वानी शनिवार को समाजसेवी को भी पुलिस प्रशासन ने नहीं छोड़ा और उनका कब चुपचाप तरीके से चालान काट दिया गया उन्हें पता ही नहीं जब कोर्ट से संबंध आया तो उन्हें पता लगा अब आज नैनीताल कोर्ट तारीख पर जा रहे हैं पता नहीं कितना जुर्माना पड़ेगा बड़ा दुख का विषय है समाजसेवी के पास में आने-जाने और कोर्ट की फीस जुर्माने की रकम देनी तक के लिए पैसे नहीं है यह बात हकीकत है जबकि समाजसेवी हेमंत गोनिया अपने मोटरसाइकिल के पूरे कागजात हमेशा पूरे बनाकर अपने पास गाड़ी पर ही रखते हैं

ओरिजिनल उसके बाद भी उनका चालान काट दिया गया। लेकिन हेमंत गोनिया के दिमाग में एक ही ख्याल आ रहा है आखिरकार किसने उनका चालान काटा, और आखिरकार क्यों काटा, यह चालान उनके पास भोटिया पड़ाव चौकी से आया था वह भी व्हाट्सएप से दे गया । समाजसेवी हेमंत गोनिया का कहना है मेरे घर पर ओरिजिनल कॉपी नहीं दी गई। हेमंत गोनिया का कहना है आखिरकार कब सुधरेंगे यह हालात यहां भी बुरा हाल है पुलिस का किस से कहें अपना दुख यह हाल है समाज सेवा हेमंत गोनिया का जब एक समाजसेवी अपनी गाड़ी के पूरे कागज रखने के बाद भी उनका चालान काट दिया जाता है तो एक आम आदमी जो कि किसी के पास इंश्योरेंस नहीं है किसी के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है तो किसी के पास गाड़ी की आरसी नहीं है उनका क्या हाल होगा। आखिरकार हेमंत गोनिया का कहना है कि हम अपना दुख किस से कहें किसको सुनाए अपने दिल की दास्तान जब अपने ही गिरान लगे हैं नशेमन पर बिजलियां।
