कालाढूंगी कृषि कानून के विरोध में कालाढूंगी तहसील परिसर में सैकड़ों किसानों ने प्रदर्शन किया। साथ ही राष्ट्रपति संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपाना था। एसडीएम का तहसील में न होने के कारण गुस्साए भारतीय किसान यूनियन ने तहसील के मुख गेट पर ही ज्ञापन चस्पा कर दिया। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष अमीर कम्बोज की अवुगाई में सैकड़ों की संख्या में तहसील परिसर में इखट्टा हुए और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए इस काले कानून को वापस लेने की मांग की। साथ ही कहा कि अगर उनकी मांगों को शीघ्र ही पूरा नहीं किया गया तो वह आंदोलन को विवश होंगे। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता एकत्र होकर तहसील पर पहुंच गए। जहां उन्होंने कृषि कानून के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। साथ ही कहा कि सरकार कृषि कानून को वापस ले और फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाया जाए। वहीं बुर्जुग किसान व मजदूरों को दस हजार रुपये मासिक वेतन देने, विद्युत बिल माफ करने आदि को लेकर चर्चा की। वहीं किसानों ने कहा कि 2013 के बाद अधिग्रहित जमीन के नये कानून के अनुसार मुआवजा दिया जाए। साथ ही कहा कि अगर उनकी मांगों को शीघ्र ही पूरा नहीं किया गया, तो वह तहसील पर ही धरना-प्रदर्शन करेंगे।इस दौरान किसान नेता जसविंदर पुनिया, नीरज तिवारी, अर्नब कम्बोज, हरीश मेहरा, दिप चंद सती, कमल जोशी, पियूष बिष्ट, संजय किरौला, शेखर चन्द्र जोशी, संजय किरौला, कुलदीप तड़ियाल, महेश कांडपाल,दिनेश बधानी, विक्रम सामंत, भगवान सिंह, आदि सैकड़ों किसान मौजूद थे।