
संवाददाता मुस्तज़र फारूकी
कालाढूंगी। कोरोना संकट को देखते हुए ईद पर नगर समेत जिले की ईदगाहों और मस्जिदों में सामूहिक नमाज नहीं पढ़ने को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने प्रशासन से पूरी तरह सहमति जताई है। कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते देशभर में धार्मिक स्थलों को बंद रखने का आदेश है। इस बीच ईद-उल-फितर को ध्यान में रखते हुए कालाढूंगी की मस्जिदों के इमामों ने भी मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की है कि वो घर पर रहकर ही नमाज पढ़ें और शांतिपूर्ण तरीके से ईद मनाएं। अगर आज चांद दिखा तो कल ईद मनाई जाएंगी नहीं तो परसों सभी लोग ईद मनाएंगे।
साथ ही मस्जिद के इमामों और मौलवियों ने कहा है कि लॉकडाउन के नियमों का सभी पालन करें। इसी में खुद की और सबकी भलाई है। बुधबार को कालाढूंगी थाने परिसर में धर्मगुरुओं समेत प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने ईद की नमाज के दौरान सुरक्षा व्यवस्था संबंधी तैयारियों की समीक्षा की। सीओ भाकुनी ने कहा कि मस्जिदों और ईदगाहों में इमाम समेत सिर्फ पांच लोग नमाज पढ़ सकेंगे। धर्मगुरुओं ने मुस्लिम समाज के लोगों से घरों पर रहकर ईद की नमाज पढ़ने और किसी से गले नही मिलने की अपील की।
सीओ भाकुनी ने कहा कि महामारी की गंभीरता को देखते यही समझदारी होगी कि ईद में गले मिलकर किसी को कोई मुबारकबाद नहीं दे। उन्होंने कहा कि ईद पर्व पर सामूहिक भोजन से भी सभी लोग परहेज करें और घरों पर रहकर फोन के जरिए अपने मित्रों, परिचितों को मुबारकबाद दें। ईद पर मस्जिदों में सामूहिक नमाज नहीं होगी और वहां रस्म अदायगी के तौर पर केवल पांच लोग नमाज अदा करेंगे। थाना अध्यक्ष दिनेश नाथ महंत ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए हम सभी को सुरक्षा के दृष्टिगत कोविड-19 के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा।बैठक में उपस्थित सभी मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इस पर अपनी रजामंदी देते हुए कहा कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार आगामी पर्व ईद को शांति एवं सौहार्दपूर्ण ढंग से मनाया जाएगा। इसके लिए जो भी दिशा निर्देश दिए गए हैं, उनके बारे में मुस्लिम भाई बंधुओं को विभिन्न माध्यमों से अवगत करा दिया जाएगा। बाद मेें धर्मगुरुओं ने सभी से कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर घरों में ही ईद की नमाज पढने का आह्वान किया है इस दौरान एलआईयू से महेन्द्र सिंह नेगी,जमा मस्जिद इमाम, मोती मस्जिद इमाम फिरासत अली, जामा मस्जिद सदर बकील अहमद, मोती मस्जिद सदर हाजी जलील अहमद, मदीना मस्जिद सराफत कुरेशी, हाज़ी इस्लाम,हाफिज इमामुद्दीन,मोहम्मद मेहताब, मोहम्मद दानिश, आदि लोग मौजूद थे
।

