


कोरोना संक्रमित पाये गये क्षेत्र में पाई गई अनिमितताये सरकार की गाइड लाइन का खुल्लेआम उलंघ्घन
रिपोर्टर अतुल अग्रवाल
हल्द्वानी मैं एक मामला देखने में आया के जहां एक और आज प्रदेश जिले एवं शहर में कोरोना बम विस्फोट लगातार हो रहा है वहीं दूसरी ओर शासन प्रशासन की घोर लापरवाही देखने को मिली हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र हिमालय फार्म छेत्र में एक डॉक्टर जो कि संक्रमित पाया गया जिसका क्लिनिक हल्द्वानी के ही 1 वार्ड में था डॉक्टर के द्वारा वार्ड में अपना क्लीनिक खोल मरीजों का इलाज किया जाता था

वहीं दूसरी ओर मेडिकल चेकअप के दौरान डॉक्टर को संक्रमित होने की बात कही गई जिसके बाद डॉक्टर को सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के कोविड 19 वार्ड मैं उपचार हेतु रखा गया लेकिन वहीं दूसरी ओर मामला प्रकाश में आया जहां डॉक्टर का आवास है उस क्षेत्र में ना ही तो बैरिकेडिंग की गई और साथ ही डॉक्टर के आवास के आसपास रह रहे आवासीय भवन में रह रहे व्यक्तियों का किसी भी प्रकार का कोई
मेडिकल चेकअप नहीं कराया गया स्थानीय व्यक्ति के द्वारा बताया गया कि डॉक्टर के यहां जो कंपाउंडर या अन्य स्टाफ कार्यरत थे वह आज भी खुलेआम गलियों में घूम रहे हैं बाजार जा रहे हैं कर्मचारियों को शासन प्रशासन के द्वारा कोरन टाइन भी नहीं किया गया हमारे द्वारा जांच पड़ताल करने पर देखा गया जिस गली में एक डॉक्टर का आवासीय भवन है उस गली को ना ही तो बैरिकेडिंग किया गया है और ना ही कोई सुरक्षाकर्मी इस बात के लिए तैनात किया है कि उस गली में कोई भी भारी व्यक्ति ना जा सके वही एक दुकानदार का कहना है
कि इस गली में यदि कोई भी व्यक्ति सब्जी वाला ठेले वाला या वाहन वाला प्रवेश करता है हमारे द्वारा उसको वही रोक दिया जाता है अब सवाल यह पैदा होता है वहां की सुरक्षा शासन प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की होती है ना की आम जनता आने-जाने वाले फल सब्जी एवं अन्य जनता को रोकने का कार्य करें वहीं स्थानीय निवासियों का कहना है कि अभी तक पूरे वार्ड मैं डॉक्टर के आवास के आसपास आवासीय भवनों को सेनेटाइजर नहीं किया गया है वहीं किसी भी अन्य व्यक्ति का मेडिकल चेकअप नहीं किया गया है यदि कल कोई भी व्यक्ति संक्रमित होता है इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी शासन प्रशासन स्वास्थ्य विभाग कौन होगा जिम्मेदार
