चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस (Coronavirus) दुनिया भर में तबाही मचा रहा है। कोरोना से अब तक 414,884 लोग दुनियाभर में संक्रमित हो चुके हैं जबकि अब तक 18,583 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीँ 66, 907 लोग ठीक हो चुके हैं। किसी देश की बात करें तो दुनिया में सबसे ज्यादा इटली प्रभावित है। यहां 63927 लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं वही 6,077 लोग लोगों की मौत हो चुकी है वही 1,045 लोग ठीक हुए हैं।
भारत में भी कोरोना अपने पैर जमाता जा रहा है। देश में अब तक 582 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 11 लोगों की जान जा चुकी है। 24 मार्च को सबसे ज्यादा 71 मामले भारत में सामने आए। इस बीच अब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आगे भारत में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं!
सामान्य हालातों में बढ़ेंगे इतने मामले
इस बारे में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि काफी कोशिश की जाए और सबकुछ देशहित में होगा तभी कोविड-19 को तेजी से फैलने को रोका जा सकता है। इस रिपोर्ट की माने तो अगर सभी कुछ ठीक रहा तो, दिल्ली में कोरोना के 15 लाख मामले हो सकते हैं, वहीं मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में 5-5 लाख लोग कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार हो सकते हैं।
दिल्ली की हालत तब हो जाएगी खराब
आईसीएमआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना फरवरी से शुरू होकर 200 दिनों तक ये वायरस भारत में अपने चरम पर रहेगा। इसके साथ ही रिपोर्ट में इस बात को लेकर आशंका जताई गई है कि अगर बदतर हालात हुए तो फरवरी से अगले 50 दिनों में ही भारत में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ सकते हैं और ऐसी कंडीशन में दिल्ली के हालात सबसे ज्यादा खराब होंगे। इस रिपोर्ट के अनुसार, कंडीशन खराब होने पर दिल्ली में कोरोना संक्रमण के एक करोड़ तक मामले सामने आ सकते हैं। जबकि मुंबई में 40 लाख तक लोग कोरोना की चपेट में आ सकते हैं।
आपस में दूरी बनाना जरूरी
आईसीएमआर की माने तो सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक दूरी (Social Distancing) महामारी से काफी हद तक बचा जा सकता है। रिपोर्ट की माने तो इस हिसाब से 60 % तक मामलों में कमी आ सकती है।
आईसीएमआर ने कहा है कि यदि अभी भी कोरोना को फैलने से रोकना है तो कोरोना वायरस के लक्षणों वाले और संदिग्ध मामलों वाले लोगों को अकेले, एकांत में या सामाजिक दूरी बना कर रखनी होगी।
ऐसे आ सकती है संक्रमण में कमी
इस बात का कड़ाई से पालन करना होगा कि सभी को एक दूसरे से दूरी बना कर रखनी है। लोगों को अपने आप को दूसरों को ये समझाना होगा कि कोरोना से बचने के लिए अलग-थलग होना जरुरी है। ऐसा करने से आने वाले कुछ दिनों में ही कोरोना के 60% से लेकर 89% तक मामलों में कमी आ सकती है। साथ ही अगर लोगों ने ऐसा किया तो भारत में कोरोना से लड़ा जा सकेगा।
वहीँ, आईसीएमआर इस बात पर भी ध्यान दिया है कि अगर पहले ही बाहर से आने वाले यात्रियों को देश में प्रवेश करते हुए ठीक से स्कैन किया जाता या उनकी जांच की जाती तो शायद कोरोना के प्रभाव को भारत में आने से एक से तीन हफ्तों तक रोका जा सकता था।