गहरे तालाब में अचानक धंसी गाय
ब्यूरो चीफ़ बरेली शाहिद अंसारी
को थाना पुलिस के अथक प्रयासों के बाद निकाला जा सका। वहीं रायफल और डंडा थामने वाले हाथों से पूजनीय गाय को निकालने के लिए रस्सा खींचते देख शेरगढ़ पुलिस की कस्बे वासियों ने खुले मन से सराहना की। विदित हो कि कस्बा शेरगढ़ के मोहल्ला बाजार स्थित एक तालाब में कहीं से घूमती फिरती एक गाय अचानक धंस गई तालाब में अत्यधिक पानी और जलकुंभी होने से गाय बुरी तरह फंस गई हालांकि गाय ने तालाब से निकलने का भरसक प्रयास किया लेकिन जलकुंभी होने के कारण वह नहीं निकल सकी। मोहल्ले व कस्बे के लोगों ने गाय को निकालने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली गाय को तालाब से नहीं निकलता देख कस्बे वासियों ने शेरगढ़ थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार को तालाब में गाय के फंसने की सूचना दी जिस पर थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार पुलिस टीम के साथ आनन-फानन में तालाब पर पहुंच गए और कस्बे से रस्सा मगाया। उन्होंने पुलिसकर्मियों और कस्बे वासियों की सहायता से कड़ी मशक्कत के बाद रस्सी के सहारे गाय को तालाब से वाहर निकालने में सफलता हासिल कर ली।थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार ने खुद भी रस्सा खींचने में देर नहीं की और पुलिस टीम भी उनका साथ निभाती रही। पुलिस की ऐसी साहस भरी परोपकारी भावना को देख कस्बे वासियों ने उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की और पुलिस प्रशासन की भूमिका को बेहद सराहा।
थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार ने बताया कि हमें सदैव पशु पक्षियों की सेवा करना चाहिए पशु पक्षियों की सेवा करना मनुष्य का कर्तव्य ही नहीं बल्कि सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने राजा दिलीप द्वारा की गई पूज्यनीय गऊ की सेवा की कहानी सुनाकर उपस्थित कस्बे वासियों से ऐसे पुण्य कार्यों में अपनी सहभागिता करने का आवाहन किया। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक सत्येंद्र कुमार, विकास सहरावत,हेड कांस्टेबल अखिलेश कुमार,कांस्टेबल शुभम राणा,विशेष खोखर,सोहेल अहमद तथा कस्बावासियों ने गाय को निकालने में अपनी पुंड आहुति दी। इधर क्षेत्र में कोरोना काल जैसे जटिल समय में भी सूजबूझ के साथ कानून व्यवस्था कायम रखने वाले थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार तथा उनकी टीम के साहस की लोगों ने सराहना की।
