


ग्रामीणों द्वारा खनन का विरोध
अशोक सरकार ब्यूरो चीफ़ चंपावत
चम्पावत जनपद के शारदा रेंज के अंतर्गत किरोडा नाले में सरकार द्वारा शुरू किए जा रहे है खनन कार्यो का विरोध कर रहे ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी शंका समाधान करने हेतु आज टनकपुर स्थित पूर्णागिरी तहसील के प्रशासनिक अधिकारीयो ने उपजिलाधिकारी हिमांशु कफलटीया के नेतृत्व में क्षेत्र में जा ग्रामीणों संग मीटिंग कर रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत किरोड़ा नाले में खनन के लिए ग्रामीणों को मनाने की कोशिश शुरू की,
परन्तु क्षेत्रीय ग्रामीण गांवों की सुरक्षा की व्यवस्था किए बगैर किसी भी सूरत में खनन नहीं होने देने पर अड़े रहे, टनकपुर उपजिलाधिकारी हिमांशु कफल्टिया ने ग्रामीणों के साथ मीटिंग करने के बाद किरोड़ा खनन क्षेत्र का निरीक्षण भी किया, शासन से खनन कराए जाने के आदेश आने के बाद से ही प्रशासन की ओर से किरोड़ा नाले में खनन पट्टों की नीलामी की कार्यवाही चल रही है, आगामी 16 दिसंबर को नीलामी की तिथि भी तय है, लेकिन क्षेत्रीय ग्रामीण खनन नहीं होने देने पर अड़े हैं उनका कहना है कि गांवों की सुरक्षा को ताक में रख कर खनन नहीं होने दिया जाएगा उनका कहना है कि प्रशासन पहले उनके गांवों की सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त करें उसके बाद ही खनन की बात होगी, अधिकारियो से हुई बैठक में भी ग्रामीणों ने कहा की खनन से पहले अप स्ट्रीम क्षेत्र में किरोड़ा को चैनलाइज किया जाए और नायकगोठ-थ्वालखेड़ा रोखड़ व थ्वालखेड़ा गैंड़ाखाली रोखड़ में दोनों और हो रहे कटाव की रोकथाम के उपाय किए किए जाएं जिसके बाद ही खनन की अनुमति दी जाएगी उन्होंने नायकगोठ-थ्वालखेड़ा रोखड़ व थ्वालखेड़ा-गैंड़ाखाली रोखड़ में प्रस्तावित पुलों का निर्माण जल्द शुरू कराए जाने की भी मांग रखी, उपजिलाधिकारी ने ग्रामीणों की मांगों को उचित मानते हुए आश्वस्त किया है कि जल्द ही गांवों की सुरक्षा के उपाय शुरू करा दिए जाएंगे, उन्होंने बताया कि किरोड़ा के अप स्ट्रीम को चैनलाइज करने की कार्यवाही शुरू की जाएगी, लोनिवि पुलों का निर्माण और सिंचाई विभाग के माध्यम से कटाव की रोकथाम के उपाय भी कराए जाएंगे।
