
संपादक मुस्तज़र फारूकी
कालाढूंगी। लद्दाख की गलवां घाटी में हिंसक झड़प में भारतीय सेना के जवानों की शहादत के बाद भड़के लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार के इसे लेकर नगर के मुख्य बस्टेण्ड में चीन के राष्ट्रपति झिपिंग का पुतला जलाकर लोगों ने रोष प्रकट किया। चीन द्वारा धोखे से किए गए वार के लिए उसको सबक सिखाने की मांग की। वही चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी रहा। कहीं चीन का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया तो कई जगहों पर चीन निर्मित सामानों का बहिष्कार करने की अपील की गई। नगर के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चीन का पुतला जलाते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए। केंद्र सरकार से मांग की कि चीन पर बड़ी कार्रवाई की जाए। युवा कांग्रेस नेता हरीश मेहरा ने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा पूरा देश इन वीरों के परिवार के साथ खड़ा है। देश का हर नागरिक इनका हमेशा ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा अब वक्त आ गया है कि चीन को करारा जवाब दिया जाए। आम लोग भी चीन निर्मित सामानों का बहिष्कार करें ताकि उसके होश ठिकाने आएं। सामाजिक कार्यकर्ता तासीर हुसैन ने चीन निर्मित सामानों के इस्तेमाल न करने का संकल्प भी लिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम अगर संगठित होकर चीन निर्मित सामानों का बहिष्कार करेंगे तो निश्चित तौर पर उसकी कमर तोड़ देंगे। इस दौरान हरीश मेहरा, तासीर हुसैन, मोहम्मद साजिद, आबिद अली, आदि दर्जनो लोग मौजूद रहे।

