जल्द ही 2 किलोमीटर क्षेत्र में बनेगा क्रोकोडाइल सफारी
अशोक सरकार ब्यूरो चीफ़ चंपावत
खटीमा सुरई रेंज में दो किलोमीटर छेत्र में बनेगा क्रोकोडाइल सफारी। पर्यटकों के क्रोकोडाइल दिखाने के लिए चलेगी इलेक्ट्रिक कार। डीएफओ पूर्वी तराई वन प्रभाग संदीप कुमार ने किया खकरा नाले का निरीक्षण कर वन विभाग के अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश। वन विभाग खटीमा स्थित सुरई रेंज के खकरा नाले के 2 किलोमीटर छेत्र में क्रोकोडाइल सफारी बनाने का काम शुरु कर रहा है। क्रोकोडायल सफारी के फर्स्ट फेज में वन विभाग काफी तेजी से काम कर रहा है । सुरई रेंज वन्य जीवों से भरा है इसलिये वन विभाग इसे पर्यटन हब बनाये जाने के की तैयारियों में जुट गया है।
डीएफओ तराई पूर्वी वन प्रभाग संदीप कुमार का कहना है कि सुरई वन रेंज के मध्य में बहने वाले खतरा नाले में यूपी सीमा के पास 2 किलोमीटर की रेंज में डेढ़ सौ से अधिक क्रोकोडाइल निवास करते हैं। केंद्र सरकार से क्रोकोडाइल सफारी के लिए अनुमति मिलने के साथ ही ड्रीम प्रोजेक्ट जल्द ही धरातल पर उतरने वाला है । इसी को लेकर आज डीएफओ संदीप कुमार ने सुरई रेंज के खकरा नाले का निरीक्षण किया। इस जगह लगभग डेढ़ सौ से अधिक मगरमच्छ रहते हैं इनके प्राकृतिक वास को लेकर और इसे टूरिज्म बनाने के लिए गंभीरता से काम चल रहा है डीएफओ ने बताया कि खकरा नाले के दोनों तरफ पर्यटकों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग की जाएगी । 2 किलोमीटर के क्षेत्र में विकसित होने वाले क्रोकोडाइल सफारी क्षेत्र में पर्यटकों के लिए खकरा के किनारे से इलेक्ट्रिक कार भी दौड़ेगी जो पर्यटकों को एक जगह से दूसरी जगह तक इन क्रोकोडाइल को दिखाते हुए जाएगी । इससे पर्यटकों को जंगल मे क्रोकोडाइल सफारी में घूमने का अवसर मिलेगा वहीं वन विभाग को राजस्व की भी प्राप्ति होगी । क्रोकोडाइल सफारी क्षेत्र में जाड़ों में धूप खिलने पर सुबह से ही सैकड़ों मगरमच्छ इस खकरा नाले के किनारे आकर बैठ जाते हैं जिससे साफ तौर पर देखा जा सकता है। पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर ठोस कार्य योजना बनाई जा रही है। पर्यावरण को नुकसान न हो उसके लिए पर्यटकों के लिए इलेक्ट्रीक कार दौड़ेंगी।
