
स्कूल में सभी टीचरों का चहेता था मनदीप।
टॉपर मनदीप की मौत के सदमे मैं पूरे गाँव ने नही मनाई दीपावली।
कोटाबाग। दीपों के पर्व दीपावली में जहां लोग दिए जलाकर दीपावली का पर्व मना रहे थे। वहीं 13 तारीख को कोटाबाग के रानीकोटा मैं देवेंद्र नेगी के घर में उनके बेटे की मौत से कहर ढा गया। देवेंद्र नेगी अपने छोटे बेटे के साथ कोटाबाग बाजार मैं दीपावली का सामान लेने आए थे। अचानक उनके घर से फोन आया, उन्होंने सीधे घर आने को कहा। जैसे देवेंद्र नेगी घर पहुंचे तो उन्होंने अपने बड़े बेटे की लाश पड़ी देखी। माँ ने बताया की मनदीप कही दिखाई नहीं दे रहा था। तब गाँव के लोग मनदीप को ढूढ़ने गए तो घर से 200 मीटर की दूरी पर बरगद के पेड़ में फांसी लगाकर झूला मिला। बेटे की मौत से माँ का रो रो कर बुरा हाल है। मनदीप के पिता देवेंद्र नेगी ने पटवारी चौकी व विद्यालय मैं लिखित शिकायत दर्ज कराई, उन्होंने बताया कि उनका बेटा होनहार छात्र था, हाई स्कूल में 88% अंकों के साथ वह टॉपर रहा था। और उसे स्कॉलरशिप भी मिलती थी, मनदीप ने एनसीसी भी ली थी, 12 तारीख की शाम को स्कूल के एनसीसी टीचर बहुतोष भट्ट का फ़ोन आया था, टीचर ने मनदीप को एनसीसी से निकालने, रेड इंट्री करने और अपनी ड्रेस जमा करने को कहा, टीचर की डॉट को मनदीप सहन नहीं कर पाया। और उसने मौत को गले लगा लिया। शिकायत करने वालों मैं देवेंद्र सिंह नेगी के साथ पदम् सिंह बिष्ट, रघुवर सिंह बिष्ट, महावीर सिंह,गजेंद्र मेहरा,मुकेश वर्मा मौजूद रहे।
टीचर ने मेरे बेटे को मरने को बाध्य किया, ऐसी क्या गलती हो गयी थी, की उसे इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा, ऐसा आगे किसी बच्चे के साथ ना हो, इसलिए टीचर को सजा मिलनी चाहिए।

देवेंद्र सिंह नेगी
मृतक छात्र के पिता
यह घटना दीपावली के समय की है, आज ही मुझे लिखित शिकायत से घटना का पता चला, संबंधित शिक्षक से लिखित मैं जवाब माँग कर कार्यवाही करेंगे।
सुरेंद्र सिंह रौतेला
प्रधानाचार्य, (आदर्श विद्यालय रा इ का कोटाबाग)
हमारे पास लिखित शिकायत आ गई है, जाँच की जाएगी, जाँच मैं दोषी पाने पर कार्यवाही की जाएगी।
ओपी आर्या
राजस्व निरीक्षक स्यात।

