संपादक मुस्तज़र फारूकी
कालाढूंगी तहसील में आने वाले पंजीयन फरयादी से लेकर अरायनविज को कोई माकूल इंतजामत नही है उनको सुबह से लेकर शाम तक इस भरी गर्मी में धूप में बैठकर कार्य करना पड़ता है न तो उनके लिए प्रशासन द्वारा कोई टिन सेड बनाया गया है और न ही कोई उपाय जिससे उनको गर्मी से निजात मील सके और हम बात करे बरसात के दीनो की उसमे तो स्टाम्प विक्रेताओं से लेकर अरायनविज को मुश्किल का सामना करना पड़ता हैं। एक तरफ हम बात करे तो पूरे विधानसभा की सबसे बड़ी तहसील कालाढूंगी में फरयादी से लेकर अरायनविज कोई बैठने तक कोई माकूल इंतजाम न होना एक बड़ा सवाल है दूर दराज से आने वाले फरयादी का खड़े खड़े बुरा हाल हो जाता है
और इन कर्ताओ के लिए न तो बैठने की जगह है, न शौचालय की कोई साफ सफाई है 2005 में बनी तहसील का साल में एक बार रख रखाव का बजट आता है, लेकिन अभी तक तहसील परिसर में आने वाले फरियादी व अरायनविज के लिए बैठने की व्यवस्था भी नहीं है। गर्मी, सर्दी व बारिश के मौसम एक पंजीयनकर्ता को कम से कम आधा घंटा धूप, सर्दी व बारिश में खड़ा रहना पड़ता है। इतना ही नहीं महिलाओं के लिए कोई शौचालय तो है पर उनमें कोई खास व्यवस्था नहीं है। पंजीयन में कभी एक घंटा लगता है तो कभी तीन-चार घंटे लगते है। ऐसे समय महिलाओं के लिए सबसे बड़ी समस्या शौचालय की हो जाती है। तहसील परिसर के चारों तरफ घास उगी हुई है। पंजीयन के लिए व तहसील परिसर में आने वालों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। तहसील परिसर में अरायनविज के लिए टिन सेड न होना एक बड़ा सबाल है। तहसील परिसर में आने जाने वाली जनता को जो सब कुछ सहन कर परिसर में धूप में खड़े रहते हुए काम कराते है।