
कालाढूंगी। शहंशाह-ए-हिन्द हजरत मोइन उद्दीन चिश्ती को लेकर टीवी एंकर अमीश देवगन की टिप्पणी पर सारे देश में गुस्सा कायम है। हर तरफ देवगन को सजा दिए जाने की मांग उठ रही है। शनिवार को मुस्लिम समुदाय के लोगो ने कालाढूंगी थाने में मांग को लेकर एक शिकायती पत्र दिया गया। मुस्लिम समुदाय के लोगो ने थाने में जाकर टीवी न्यूज 18 चैनल के एंकर अमीश देवगन के विरूद्ध धारा 154 के अन्तर्गत आईपीसी की धारा 295, 298, 153, 34, 120, 205 (2) के तहत टीवी एंकर अमिष देवगन के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध करने के लिए शिकायती पत्र दिया।
गौरतलब है कि विगत 15 जून 2020 के शाम 7:30 के अपने आरपार कार्यक्रम में अमिश देवगन ने डिबेट के समय विश्व प्रसिद्ध सूफी संत तथा सर्वधर्म समभाव के प्रतीक ख्वाजा गरीब नवाज हजरत मुईनुद्दीन चिश्ती रेह.अ. अजमेरी के लिए बहुत ही निम्नस्तरीय व आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था।
एंकर न्यूज़ 18 के एंकर अमिश देवगन के खिलाफ़ मुस्लिम समुदाय के लोगो ने कालाढूंगी थाने में मुकदमा दर्ज़ कराने के मांग की गई है। आमिश के खिलाफ पूरे देश के लोगो में आक्रोश है और हर जगह मुस्लिम समुदाय के लोगो के द्वारा मुकदमा दर्ज कराने की मांग की जा रही है। मुस्लिम समुदाय के लोगो ने कहा कि अमिश पर 16 जून को प्रसारित होने वाले उनके शो पर संत ख्वाजा मोनुद्दीन चिश्ती पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है।
शानिवार को भी मुस्लिम समुदाय के लोगो ने कालाढूंगी थाने में अमिश के खिलाफ पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की मांग की है ।उन्होंने कहा अमीश देवगन विश्व प्रसिद्ध संत हज़रत ग़रीब नवाज़ के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को कर आसानी से बच कर नहीं निकाल सकते हैं।जिसे हिंदुस्तान की आत्मा कभी बर्दशत नही करेगी क्योंकि ख़्वाजा गरीब नमाज़ मुस्लिम ही नही बल्कि हिदुस्तान के हर धर्म के लिए काबिले ऐहतराम है पूरे हिंदुस्तान की आस्था उनसे जुड़ी रही है। प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक उन महान सूफी संत की जादर पोसी कराते आ रहे है। सूफी संत के लिए अपमान भरे शब्दों का इस्तेमाल करने से लोगो की धार्मिक भावनाए आहत हुई है। जो कि एक दंडनीय अपराध है। इस दौरान तालिब हुसैन, निजाम हैदर, सलमान बारसी, बकील अहमद, जुनैद अख्तर, मोहम्मद जुनेद, मोहम्मद खालिद, मुस्तज़र फारूकी आदि लोग मौजूद थे।

