होटल में पत्रकार के साथ पुलिस ने की अभद्रता
हल्द्वानी एक होटल में ठहरे। बेरीनाग पिथौरागढ़ के निवासी। पत्रकार। सुधीर राठौर। 15 फरवरी को। परिवार के साथ नैनीताल एक जरूरी काम से नैनीताल आए थे। अपना कार्य पूर्ण करने के बाद। वह शाम को हल्द्वानी पहुंचे। जहां वह अपने बच्चों के साथ एक होटल में। ठहरे। सुधीर राठौर ने बताया कि। रात्रि 11:00 बजे। अपनी टीम के साथ एक दरोगा। होटल में चेकिंग करने पहुंचे।
सुधीर राठौर ने बताया कि। पहले पुलिस द्वारा। उनको। रिसेप्शन पर बुलाया गया। और उनके संग मार पिटाई की। साथ ही अभ्त्रता करते हुए। शराब पीने का आरोप लगाया। राठौर ने बताया कि। उसके बाद उसको कोतवाली लाया गया। जहां उस के संग। अभद्रता करते हुए। आरोप लगाए। मामले की जानकारी होने के बाद। पत्रकार के परिजन कोतवाली पहुंचे। साथ ही उन्होंने दरोगा के खिलाफ तहरीर दी। और कार्यवाही की मांग की लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं करी। जिसको लेकर आज हल्द्वानी की सभी पत्रकार बंधुओं। कोतवाली में धरने पर बैठ गए। पत्रकार बंधुओं ने मांग रखी कि। एसएसपी से पूछना चाहते हैं कि। होटल में रुके। पत्रकार के साथ। पुलिस ने। ऐसा व्यवहार क्यों किया?
क्या पत्रकार वांछित आरोपी था? जो पुलिस ने उसके साथ। मार पिटाई की गई। हल्द्वानी के सभी पत्रकार बंधुओं ने। दरोगा के निलंबित मामले को लेकर। प्रशासन को। डेढ़ घंटे का वक्त दिया। जिसके उपरांत। पत्रकारों का कहना था कि। जब तक दरोगा को निलंबित नहीं किया जाएगा हम धरना समाप्त नहीं करेंगे।
आखिर प्रशासन को। पत्रकारों की बात मानने के लिए। और आरोपी दरोगा को निलंबित करने की कार्यवाही की गई। जिसके उपरांत। पत्रकारों ने अपना धरना समापन किया। और साथी। एसपी। अमित श्रीवास्तव से। निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए। अपनी बात रखी। पत्रकारों ने। यह भी कहा कि। भविष्य में कभी भी पत्रकारों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार ना किया जाए। जिस बात को लेकर। एसपी अमित श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया कि भविष्य में कभी भी पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया जाएगा। प्रशासन द्वारा आश्वासन मिलने के बाद। सभी पत्रकार बंधुओं ने कोतवाली से अपना धरना समाप्त किया।