कालाढूंगी। उत्तराखंड में पहाड़ो में दो दिन से हुई बारिश ने भारी तबाही मचाई है। काश्तकारों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई है। काश्तकारों ने मुआवजे की मांग की है। मंगलवार को चकलुआ के दर्जनो किसानों ने गंगा सिंह सामन्त जिला सयोजक के नेतृत्व में तहसील पहुँचकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम रेखा कोहली को ज्ञापन सौंपा। ब्लॉक क्षेत्र में भारी भारी बारिश हुई। इस प्राकृतिक आपदा से काश्तकारों के खेतों में लगी खड़ी फसलें धान सोयाबीन, उड़द, आदि को खासा नुकसान हुआ है। किसानों ने कहा कि पहले कोरोना बीमारी से काम धंधे ठप हो गए थे। अब लगा था कि फसलों से गुजारा चल जाएगा। किसानों के तीन से चार महीने के राशन आदि की व्यवस्था इन फसलों से हो जाती थी। लेकिन इस प्राकृतिक आपदा ने पूरी तरह कमर तोड़ दी है। फसलें खेतों पर बची ही नही है। खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है। किसानों ने कहा कि कृषि विभाग पूरी क्षति का आंकलन करें ताकि काश्तकारों को उचित मुआवजा दिया जा सके। जिससे काश्तकारों को राहत मिल सके। इस संबंध में उन्होंने सीएम को ज्ञापन भेज कार्रवाई की मांग की है।महिमन सिंह,लक्ष्मण सिंह, पूरन सिंह चौहान, पवन देउपा, ,उप ग्राम प्रधान नीरज देउपा, हिमांशु देउपा कमल देउपा, गिरीश चंद्र, जोशी त्रिभुवन सिंह देउपा, प्रभय कुमार, दर्जनो किसान मौजूद थे।