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बहेडी क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में टिड्डी दल का आतंक
ब्यूरो बरेली से शाहिद अंसारी
बरेली की तहसील बहेडी क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में टिड्डी दल की दस्तक, किसान बेहद परेशान आज थाना शीशगढ़ के गांव करीमगंज मे टिड्डियों ने किया बसेरा,
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देश के पश्चिमी राज्यों में टिड्डी दलों ने काफी आतंक मचाया हुआ है। उसी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी सैकड़ों की संख्या में टिड्डी दल का प्रवेश हो चुका है। ऐसे में पूरे उत्तरप्रदेश को भी सतर्क रहने की पूरी जरूरत है जिले में भी कुछ कृषकों द्वारा टिड्डी दल के हमले की सूचना कृषि विभाग को मिल गई है। इसका अर्थ है कि उत्तरप्रदेश के जनपद बरेली में टिड्डी दल ने लगभग हमला बोल दिया है। ऐसे में खुद को इससे लड़ने के लिए तैयार रहना होगा ! सैकड़ों की संख्या में यह टिड्डी के दल किसानों की फसलें और महीनों की मेहनत तहस-नहस कर देते हैं,
वैज्ञानिकों ने यह संभावना व्यक्त की है कि बाहरी राज्यों से आने वाला यह टिड्डी दल उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के मैदानी व पहाड़ी जनपदों में भारी नुकसान कर सकती हैं! टिड्डी दल के प्रकोप की सूचना मिलने के बाद ही ही कृषि विभाग विभाग को दी है जिसके बाद से ही कृषि विभाग हरकत में आ गया है। वहीं वैज्ञानिकों ने कृषकों को यह सलाह दी है कि वह टिड्डी दल के दिखते ही वह टीन के डिब्बे बजाएं और जोर-जोर से थाली भी पीटें। साथ ही उन्होंने किसानों को पटाखे जला कर धुंआ और अत्यधिक शोर करने की सलाह भी दी है
ताकि टिड्डी खेतों और फसलों के ऊपर हमला न कर सके। टिड्डी दलों का हमला आगमन आंधी के कारण हुआ है। वैज्ञानिकों ने सभी जिलों में किसानों वह कृषि विभाग के कर्मचारियों को सतर्क रहने को कहा है। वही पंतनगर विश्वविद्यालय की ओर से गठित उत्तराखंड में भी इन दलों की निगरानी के लिए गठित एक समिति के अध्यक्ष डॉक्टर एसएन तिवारी ने यह बताया कि शनिवार को टिड्डी दल हरियाणा और दिल्ली की सीमा पर सक्रिय था मगर यह पूरी तरह से दिल्ली में प्रवेश नहीं कर पाया।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे एसडीएम राजेश चन्द्र व सीओ रामानंद राय एवं कृषि विभाग से डीडीपीपी ,पीपीओ बरेली फील्ड स्टाफ सहित जिला गन्ना अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और ठहरे हुए टिड्डी दल को भगाने के लिए ऑपरेशन का कार्य शुरू किया जिसमें फायर बिग्रेड की दो गाड़ियां एक 4500 लीटर छमता की एक 2500 लीटर छमता की गाड़ियां बुलाई गई, कृषि रक्षा विभाग द्वारा पूर्ण रसायन उपलब्ध कराया गया स्थानीय किसानों ने भी स्प्रे टैंकों का सहयोग दिया,इसके अलावा भी कुछ अन्य गांवों से भी टिड्डी दल पहुंचने की सूचना मिल रही थी,एसडीएम राजेश चन्द्र ने किसानों से सतर्क रहने को कहा जैसे ही टिड्डियों का दल दिखाई दे तो फौरन सूचना दें एवं प्रशासन का सहयोग करें जिससे फसल बर्बाद न हो सके।
साथ ही साथ उन्होंने टिड्डी दलों से फसलों को बचाने के लिए क्लोरपाइरीफॉस 20 ईसी का 2.4 मिली. प्रति ली., क्लोरपाइरीफॉस 50 ईसी का 1.0 मिली. प्रति ली. या डेल्टामेथ्रिन 2.8 ईसी का 1.0 मिली. प्रति ली. का छिड़काव करने को बोला है। उसी के साथ कृषक फिप्रोनिल 5 एससी का 0.25 मिली. प्रति ली. या फिप्रोनिल 2.92 एससी का 0.45 मिली. प्रति ली. की दर से छिड़काव कर सकते हैं और टिड्डियों से अपनी फसलों का बचाव कर सकते हैं।
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