रिपोर्टर, अतुल अग्रवाल

महामारी कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर पूरे देश में 22 मार्च से लागू है लॉकडाउन धारा 144 जिसके चलते देश में सभी औद्योगिक संस्थान सरकारी संस्थान एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान पूर्णता प्रतिबंधित हैं लॉक डाउन के चलते देश के लाखों मजदूरों के सामने खड़ा हुआ, रोजी रोटी का संकट वहीं दूसरी ओर प्रदेश में सितारगंज, रुद्रपुर, हरिद्वार ,के सिडकुल श्रेत्र में फैक्ट्रियां बंदी के कगार पर है वहीं दूसरी ओर ऐसे हालातों में लाखों मजदूरों के सामने बेरोजगारी का संकट गहराया लॉकडाउन के चलते फैक्ट्री मालिकों ने मजदूरों को दिखाया बाहर का रास्ता जहाँ एक और लाखों की संख्या में मजदूर हजारों किलो मीटर पैदल चलने को है मजबूर वहीं दूसरी ओर बेरोजगारी और भुखमरी के कगार पर पहुंचे जिसको देखते हुए
आज पूर्व विधायक नारायण पाल के द्वारा अपने सहयोगियों के साथ श्रम विभाग हल्द्वानी में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया नारायण पाल का कहना है कि लगभग 5000 मजदूर सितारगंज शक्तिफार्म क्षेत्र के हैं लॉक डाउन के चलते फैक्ट्री प्रबंधक के द्वारा नहीं दिया जा रहा है पैसा जबकि श्रम कानून नीति के अनुसार मजदूरों को पूरा पैसे देने की नीति सरकार द्वारा बनाई गई है वहीं दूसरी ओर फैक्ट्री प्रबंधक पर ठेकेदार का अनैतिक गठजोड़ के कारण श्रमिकों का पैसा ना देकर भारी शोषण किया जा रहा है केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों पर अध्यादेश लाकर मज़दूरों से 8 घंटे की जगह 12 घंटे श्रम कराया जा रहा है जो कि अनैतिक है श्रमिकों के ऊपर जबरदस्ती अपनी बात थोपना और उनके अधिकारों का हनन करना यह आम बात हो गई है जहां एक और प्रदेश सरकार अपने को मजदूरों का हितैषी बताती है वहीं दूसरी ओर मजदूरों का शोषण किया जा रहा है जिसको कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी अपनी मांगों को लेकर आज सितारगंज के पूर्व विधायक नारायण पाल, नगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल चिम्मबाल, महेश शर्मा ,सतीश नैनवाल ,पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष हेमंत बगड़वाल के साथ धरना प्रदर्शन किया गया एवं प्रदेश की भाजपा सरकार को मजदूर विरोधी बताते हुये अपना आक्रोश व्यक्त किया
